अलीगढ़, ब्यूरो। कोतवाली विजयगढ़ क्षेत्र के गांव नराऊ में पुलिस थाने में दो पक्षों के बीच हुए फैसले के बाद दबंगों द्वारा देर रात गांव के रास्ते से गुजरकर अपने घर जा रहे पीड़ित परिवार के लोगों को रास्ते पर घेरकर लाठी डंडों और लोहे के सरियों सहित धारदार हथियारों से हमला किए जाने का मामला सामने आया है। दबंगों द्वारा गांव के रास्ते पर घेरकर किए गए हमले में महिलाओं समेत एक ही परिवार के करीब नौ लोग खून से लथपथ होते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए तो वहीं गांव में चीख पुकार मच गई। दबंगों द्वारा हमले में घायल हुए सभी नौ लोगों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अकराबाद ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद महिला समेत सभी घायलों की हालत को गंभीर देखते हुए जिला मलखान सिंह अस्पताल रेफर कर दिया। वही दो पक्षों के बीच देर रात हुई मारपीट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके पर पहुंची पुलिस थाने पर समझौते के बाद दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना को लेकर ग्रामीणों से जानकारी करते हुए मामले की जांच में जुटी हुई है। तो वहीं मारपीट में घायल पीड़ित परिवार के लोगों ने पुलिस पर दबंग लोगों के साथ मिलीभगत के चलते घटना को अंजाम दिए जाने के साथ ही एक पक्षीय कार्रवाई किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है।
थाना विजयगढ़ क्षेत्र के गांव नराऊ निवासी दो युवकों के बीच टेलर की दुकान पर सिलाई करने के दौरान हंसी मजाक चल रही थी। इस दौरान दोनों युवकों के बीच चल रही इस हंसी मजाक की कोई एक ऐसी बात एक युवक को नागवार गुजर गई। जिसके चलते हंसी मजाक की बातों को लेकर दोनों के बीच हुई कहासुनी के दौरान दबंग साथी युवक ने ट्रेलर की दुकान पर सिलाई कर रहे दूसरे युवक के सिर पर धारदार कैंची से हमला बोलते हुए खून से लथपथ कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। एक ही गांव के दो युवकों के बीच हंसी मजाक के दौरान धारदार कैची से सिर पर किए हमले की सूचना मिलते ही दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और कार्यवाही किए जाने की मांग को लेकर थाने पहुंच गए। बताया जा रहा है कि मामला एक ही समुदाय से जुड़ा होने के चलते पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच थाने पर सुलह समझौता कर दिया गया।आरोप है कि इस दौरान थाने पर हुए सुलह समझौते के दौरान पीड़ित युवक के सिर पर कैंची से हमला करने वाले दबंगों ने पीड़ित परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी देते हुए देख लेने की धमकी दी गई थी। यही वजह है कि दो पक्षों के बीच थाने में हुए फैसले के बाद दबंग अवधेश और उसके परिवार के एक दर्जन से ज्यादा लोगों के द्वारा देर रात उदल सिंह और उसके परिवार की महिलाओं व बच्चों के ऊपर लाठी डंडे लोहे की रोड और धारदार हथियारों से उस वक्त हमला किया गया जब पीड़ित परिवार के लोग गांव के रास्ते एक घर से अपने दूसरे घर जा रहे थे तभी दबंग लोगों ने पीड़ित परिवार के लोगों को गांव के रास्ते पर घर कर उनके ऊपर लाठी डंडों से हमला बोलते हुए रास्ते में गिरा गिराकर बेरहमी के साथ पिटाई की गई। दबंगों द्वारा किए जा रहे हैं हमले के दौरान पीड़ित परिवार के लोगों की चीख पुकार सुनने के बावजूद भी तमाशबीन ग्रामीणों की हिम्मत इतनी नहीं हो सकी की अपने आपको दबंगों के चुंगल से बचाने के लिए गुहार लगा रहे पीड़ित परिवार के लोगों को छुड़ाया जा सके। तमाशबीन ग्रामीणों के बीच पीड़ित परिवार के लोगों पर किए गए हमले के बाद दबंग लोग वारदात को अंजाम देते हुए मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पीड़ित परिवार के लोग थाने पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की। पुलिस ने मारपीट ने घायल महिला समेत सभी लोगों को उपचार के लिए सीएचसी अकराबाद भेजा गया। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद महिला समेत सभी घायलों की हालत को गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां सभी घायलों का उपचार जारी है।
वही मारपीट में घायल पीड़ित महिला कमलेश का कहना है कि दबंगों द्वारा थाने में हुए फैसले के बाद उनके परिवार के लोगों को रास्ते में घेरकर हमला बोलते हुए मारपीट की गई है। दबंगों द्वारा जिस तरह से उनका हाल किया गया है। ठीक इसी तरह से उनके ऊपर हमला करने वाले दबंग लोगों का भी यही बहाल होना चाहिए? क्योंकि दबंगों ने उसकी 8 वर्षीय बेटी को भी नहीं बक्शा जिसके पेट में लात और लाठी डंडे से हमला करते हुए मारपीट की। वही उसका आरोप है कि इलाका पुलिस दबंग लोगों के साथ मिली हुई है। यही वजह है कि दबंग लोगों पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस साठगांठ कर उनके घर में बैठी हुई हैं।