वाशिंगटन । फिलिस्तीन के कुख्यात आतंकवादी संगठन हमास के इस महीने की सात तारीख को इजरायल पर किए गए बर्बर आक्रमण के बाद छिड़ी जंग से मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर मंगलवार रात हुए हमले से सारी दुनिया सकते में है। इस हमले में सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान गई है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने इसकी कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि यह अस्वीकार्य है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इजरायल के लिए रवाना हो चुके हैं। इजरायल और हमास के बीच छिड़े इस युद्ध में अब तक 4300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
शिखर सम्मेलन रद्दः मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गाजा के अस्पताल पर हमले के बाद समूचे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। इस हमले ने इजरायल को अपनी रक्षा के अधिकार के लिए समर्थन जुटाने के अमेरिका के राजनयिक प्रयास को पटरी से उतार दिया है। जॉर्डन के अम्मान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अरब नेताओं के शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया है। जॉर्डन के विदेशमंत्री अयमान सफादी ने यह घोषणा की है। बावजूद इसके बाइडन इजरायल के प्रति समर्थन और एकजुटता जताने के लिए आज तेल अवीव पहुंच रहे हैं।
हमले पर आरोप-प्रत्यारोपः मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हुए हमले के लिए हमास और इजरायल ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र, जॉर्डन और तुर्किये ने भी इजरायल पर बमबारी करने का आरोप लगाया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के लिए हमास के बर्बर आतंकवादियों को कसूरवार ठहराया है।
किसका दावा सचः रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अस्पताल में विस्फोट के फौरन बाद हमास ने इजरायली पर आरोप जड़ा। उसने इसके लिए इजरायल की सेना को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद इजरायल की सेना ने बयान जारी कर इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि इस्लामिक जिहाद समूह के गलत रॉकेट लॉन्च के कारण विस्फोट हुआ। हमास नेता इस्माइल हनिया ने नाटकीय बयान में इस हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। हनिया ने कहा कि अस्पताल में हुआ नरसंहार दुश्मन की क्रूरता और उसकी हार के डर की पुष्टि करता है।
शब्द नहीं… संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने बयान में कहा कि उनके पास इस घटना के लिए शब्द नहीं है। अस्पताल पवित्र जगह है और उन्हें हर कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए। हम अभी तक इस नरसंहार के पूरे फलक को नहीं जानते हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि हिंसा और हत्याएं तुरंत बंद होनी चाहिए।
मौत का आकंड़ाः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा में हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुरू में कहा था कि कम से कम 500 लोग मारे गए। यह आंकड़ा बाद में संशोधित होकर 200 और 300 के बीच बताया गया। बताया गया है कि लेबनानी प्रदर्शनकारियों ने बेरूत में संयुक्त राष्ट्र भवन में तोड़फोड़ की है।