अलीगढ़: हरियाणा में हिंदुओं का हुआ है सामूहिक नरसंहार, सरकार तय करे जिम्मेदारी- महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती

(रिपोर्टर) अजय कुमार

द ब्लाट न्यूज़ हरियाणा के नुहू मेवात की घटना पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने दिया ज्ञापन। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में हिंदू महासभा ने इस घटना को पूर्व नियोजित बताया। हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव एवं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉक्टर अन्नपूर्णा भारती ने कहा कि 31 जुलाई 2023 को मंदिर जा रही शोभायात्रा पर मुस्लिम वर्ग के व्यक्तियों द्वारा एक राय बना कर लाठी, पेट्रोल बम और धारदार हथियारों से हमला किया गया। शोभायात्रा में शामिल 150 से अधिक कारों को तोड़फोड़ कर उन में आग लगा दी गई।श्रद्धालुओं ने अपनी जान बचाने के लिए मंदिर के अंदर शरण ली तो मंदिर को चारों तरफ से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग की गई ।निश्चित रूप से यह हमला पूर्व नियोजित था। इंटेलिजेंस इनपुट था कि कुछ घटना होने वाली है घटना की तैयारी घटना के हालात को देखकर पता चलती है कि इतनी जल्दी सैकड़ों की संख्या में गाड़ियों को जलाने के लिए पेट्रोल और हजारों हिंदुओं पर अंधाधुंध फायरिंग करने के लिए असलाह कहां से आ गया यह बहुत बड़ा जांच का विषय है।

उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति से ज्ञापन में एसआईटी गठित कर जांच करवाने की मांग की, आरोपियों का मुकदमा फास्ट ट्रैक अदालत में चलाकर तत्काल सजा दिलवाने की और हिंदू परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए और परिवार के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर डॉ अन्नपूर्णा भारती ने कहा कि आज पूरी दुनिया में सिर्फ भारत है जहां पर सनातन जिंदा है संस्कृति जिंदा है प्रकृति को बचाने का संदेश देने वाले लोग जिंदा है उन्हीं का कत्लेआम होने लगेगा तो ब्रह्मांड का संतुलन बिगड़ जाएगा ।आतंकवादियों को शांतिदूत संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इन पर लगाम लगाने की आवश्यकता है।

आज देश के 10 से अधिक राज्यों में इनका आतंक देखा जा सकता है तथाकथित शांतिदूत जहां अपनी संख्या बढ़ा लेते हैं वहां पर बहुसंख्यक समुदाय के अनुसूचित जाति के लोगों का कत्लेआम करते हैं अथवा उनका धर्मांतरण करवा लेते हैं ऐसे में उनकी संख्या बढ़ जाती है। आजादी के समय मेवात में गिने-चुने मुसलमान बचे थे, आसपास के गांव को उन्होंने अपने आतंक से खाली करवा लिया कुछ ने धर्म परिवर्तन कर लिया कुछ को मार दिया और आज पूरा मेवात क्षेत्र मेवाती आतंक के नाम से जाना जाता है।

गत 31 जुलाई को हुई घटना निश्चित रूप से सरकार की कार्यप्रणाली एवं सुरक्षा एजेंसियों पर सवालिया निशान लगाती है। उन्होंने सरकार से मांग की है मेवात अथवा जहां से भी हिंदू पलायन कर रहा है उसको वहां पर पुनर्स्थापित करने की योजना सरकार बनाएं उन्हें सुरक्षा प्रदान करें ।जिससे उनका मनोबल बढ़े और आतंकियों का मनोबल टूटे तभी इन पर लगाम लगाना संभव होगा।

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