द ब्लाट न्यूज़ प्रयागराज में होने वाले दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक जन-समागम महाकुंभ को भव्य बनाने के लिए तैयारियां तेजी से गति पकडने लगी हैं। देश और प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से प्रयागराज की कनेक्टिविटी स्थापित करने के अलावा शहर के अन्दर के सभी आन्तरिक मार्गों को इलेक्ट्रिक- बस सेवा से आच्छादित करने की योजना पर भी तेजी से कार्य शुरू हो चुका है।
सिटी ट्रांसपोर्ट सेवा स्थानीय आवागमन की जीवन रेखा है। प्रयागराज में महाकुम्भ के आयोजन के समय बाहरी आगंतुकों की वजह से इस पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। शहर में स्थानीय आवागमन सहज बनाने के लिए योगी सरकार ने महाकुम्भ के पहले 150 इलेक्ट्रिक बसें चलाने का निर्णय लिया है।
प्रयागराज सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के निदेशक एम के त्रिवेदी के मुताबिक़ अगले वित्तीय वर्ष में शहर के लिए 100 अतिरिक्त ई -बसों की सौगात प्रयागराज को मिलने जा रही है। अभी शहर में 50 ई-बसों का संचालन हो रहा है। इस तरह महाकुम्भ के पहले शहर में 150 ई-बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
इसमें शहर के सभी 22 मार्गों पर आवश्यक सिटी बसों का संचालन शुरू किया जाय। वर्तमान समय में प्रयागराज में कुल 5 रूट पर ही ई-सिटी बस सेवा उपलब्ध है। योगी सरकार द्वारा प्रदेश के प्रमुख शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा बेहतर बनाने के लिए ई-बसों का संचालन शुरू किया गया। वर्तमान में प्रयागराज में कुल 50 ई- बसें संचालित हो रही है। इन बसों को लेकर शहर में पब्लिक का रुझान भी अच्छा रहा है।
प्रदेश के तमाम शहरों में चल रही ई – बसों के लोड फैक्टर में प्रयागराज अब टॉप टेन जिलों में शामिल हो गया है। संयुक्त निदेशक, नगरीय परिवहन निदेशालय टी.के.एस. बिसेन बताते हैं कि जून 23 में प्रदेश भर में ई-बसों में सफर करने वाले यात्रियों का औसतन लोड फैक्टर 66 फीसदी रहा है जबकि प्रयागराज में चल रही ई-बसों का लोड फैक्टर 75 फीसदी रहा है। यह बताता है कि शहर में ई-बसों में यात्रा करने को लेकर लोगों का रुझान बढ़ा है। यहां जून माह में 2.23 लाख लोगों ने सफर किया। लोड फैक्टर की इसी बढ़ोत्तरी का नतीजा है कि जून 2023 तक प्रयागराज में ई बसों से माह भर में ₹69.98 लाख अर्जित हुए हैं।