अलीगढ़: गंदे पानी और कूड़े के ढेर में जीवन यापन करने को मजबूर स्थानीय लोग, नगर निगम नही कर रहा कोई कार्यवाही

द ब्लाट न्यूज़ स्मार्ट सिटी के थाना बन्नादेवी क्षेत्र के सराय रेहमान में नगर निगम की अनदेखी के चलते इलाके में रहने वाले लोग कूड़े के ढेर ओर गंदगी के अंबार से भरे पड़े नाले के चलते नारकीय जीवन जीने के साथ ही नरकीय जीवन यापन करने को भी मजबूर हैं। आपको बता दें कि नगर निगम की लापरवाही ओर स्मार्ट सिटी शहर में लगातार हो रही बारिश के बीच मकान गिरने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। वही नगर निगम की लापरवाही के चलते अब तक कई मासूम बच्चे ओर उनके परिवार के लोग मौत के आगोश में समा चुके हैं। ऐसे में सराय रेहमान स्थित निकल रहा लंबा चौड़ा नगर निगम का नाला पूरी तरह गंदगी और जलभराव से भरा पड़ा है। ऐसे में नाले के अंदर हो रहे जलभराव और गंदगी की निकासी ना होने के चलते इलाके में रहने वाले स्थानीय लोगों को अब डर सता रहा है कि नाले का पानी अगर उनके घरों में घुस गया, तो कहीं उनके परिवार के साथ अनहोनी होते हुए कोई बड़ा हादसा ना हो जाए। जबकि स्मार्ट सिटी में हुए कई हादसों के बावजूद नगर निगम के मठाधीश अधिकारी ओर नगर निगम अभी भी कुम्भकर्णी गहरी नींद में सोए आंखें मूंदकर और बड़े हादसे के इंतजार में बैठा हुआ है।

यही कारण है कि नगर निगम के अधिकारी और नगर निगम शहर के नालों में हो रहे जलभराव और गंदगी को साफ करने में नाकाम है।वही नगर निगम की लापरवाही के चलते स्मार्ट सिटी के लोग भारी बारिश के बीच पल पल दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं। जिसके चलते सपा पार्षद ने भाजपा महापौर पर पक्षपात के नीति अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सराय रहमान से गुजरकर मेयर ने घर में पास निकल रहे नाले को तो महापौर ने साफ करा लिया, लेकिन महापौर ने अल्पसंख्यक समुदाय इलाके से निकलने वाले सराय रहमान के नाले को साफ नहीं कराया गया। जो एक पक्षपात की नीति है।

दरअसल पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थानां बन्ना देवी इलाके के सराय रहमान का है। जहां गंदे पानी और कूड़े के ढेर में अपना जीवन यापन करने के लिए स्थानीय लोग मजबूर हैं। लगातार शिकायतों के बावजूद भी नगर निगम इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है। लगातार कई हादसे के बाद भी नगर निगम आंखें मूंद कर बैठा है,वही हो सकता है कि नगर निगम कोई और बड़े हादसे का इंतजार कर रहा हो, आपको बता दें सराय रहमान क्षेत्र में लगभग 2 किलोमीटर लंबा नाला जिसकी चौड़ाई लगभग 8 से 10 फुट और गहराई लगभग 14 फीट गुजर रहा है, और इसी नाले के आसपास लोग अपने मकान बनाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। इस नाले में कई बच्चे डूबकर अपनी जान गावते हुए मौत के आगोश में समा चुके हैं। हाल ही में इसी नाले एक हादसा हुआ जिसमें एक 8 वर्षीय बच्चे की डूबकर मौत हो गई थी। हालांकि 8 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद नगर निगम ने अपने दावे पेश किए थे, कि जल्दी इस नाले की सफाई कराते हुए नाले पर कार्य किया जाएगा और होने वाले हादसों को बंद किया जाएगा। लेकिन 8 वर्षीय बच्चे की मौत के बावजूद नगर निगम ने इस नाले ओर अल्पसंख्यक समुदाय की मलिन बस्ती की तरफ ध्यान देना उचित नहीं समझा है। स्मार्ट सिटी में पिछले कई दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते नाला बारिश के पानी से लबालब होकर भर चुका हैं। और कूड़े का अंबार नाले में और सड़कों पर आ चुका है। तो वहीं स्थानीय लोग इस गंदे पानी से गुजर कर अपना काम करते हुए नजर आ रहे हैं।

वही मौके पर पहुंचे सपा के पार्षद मुशर्रफ हुसैन का कहना है कि ये अल्पसंख्यक समुदाय की मलिन बस्ती सराए रहमान क्षेत्र का गंदा नाला है,जिस नाले के अंदर पानी नहीं दिखाई दे रहा है बल्कि इस नाले के ऊपर गंदगी का अंबार लगा होने के साथ ही मृत कुत्ते बिल्ली गंदगी के बीच तैरते हुए नजर आ रहे हैं। वही इस नाले में बच्चों की गिरकर मौत होने के साथ ही नाले में कई बड़े हादसे भी हो चुके हैं। नाले में होने वाले हादसों को लेकर उन्होंने क्षेत्रीय पार्षद और क्षेत्रीय लोग ने इस बात की शिकायत नगर निगम व डीएम से भी की थी।लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। जिसके चलते उनका पुनःआग्रह है कि डीएम और मंडलायुक्त मौके पर आकर भ्रमण करें और देखें कि वर्षो से इस नाले में गिरकर लोग मौत के शिकार हो रहे हैं ओर आए दिन हादसे होते रहते हैं। ओर कुत्ते बिल्ली सहित अन्य जानवर इस गहरे नाले में गिर कर मृत पड़े रहते हैं। वही गंदे नाले के बीच क्षेत्रीय लोग किस तरह से अपना जीवन यापन कर रहे हैं। अब मलिन बस्ती के लोगो को मकान गिरने के साथ ही गंदे पानी के बाद गंदे नाले की गंदगी से पनपने वाली गंभीर बीमारियों का डर सता रहा है।

इसके साथ ही बताया कि सराय रेहमान से निकलने वाला यह नाला वर्तमान में भाजपा महापौर के घर के पास निकलता है। वहीं मेयर ने अपने घर के पास बने नाले को तो साफ करा लिया है। लेकिन सराय रहमान के नाले को साफ नहीं कराया गया। जो एक पक्षपात की नीति है आरोप लगाते हुए कहा कि यहां अल्पसंख्यक समाज के लोग रहते हैं। इस पर उन्होंने महापौर से अनुरोध करते हुए कहा कि इस नाले पर भी अपना ध्यान आकर्षित करें क्योंकि मलिन बस्ती में रहने वाले वाशिंदे भी उन्हीं को चाहने वाले लोग हैं।इसी के चलते इस नाले में हो रहे जलभराव और गंदगी की समस्या से इलाके के लोगों को जल्द से जल्द निजात दिलाया जाए।

आरोप लगाते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत शहर में केवल सिविल लाइन क्षेत्र में 2 किलोमीटर के एरिया में ही काम किया जा रहा है। जिस 2 किलोमीटर के क्षेत्र में स्मार्ट सिटी के नाम पर हजारों हजार करोड रुपए खर्च करते हुए बंदरबांट किया गया है। अगर स्मार्ट सिटी के लिए आए उस हजारों हजार करोड़ रुपए में से 10% पैसा ही सराय रहमान के इस नाले पर खर्च कर दिया जाता, तो यहां पर भी सिविल लाइन क्षेत्र जैसी स्थिति बन सकती थी।

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