द ब्लाट न्यूज़ सन दो हज़ार से शासकीय कार्य शुरू कर डी जीसी तक का सफर तय करने करते हुए 4 आरोपियों को फांसी और 199 आरोपियों को उम्र कैद की सजा दिलाने वाले डीजीसी गुलाब चंद्र अग्रहरी ने 5 साल में शानदार तरीके से सरकार का पक्ष रखा है। एक ओर जहां पत्रकार धीरेंद्र सिंह हत्याकांड के आरोपी राजा को लंदर और गार्ड रामअवतार शुक्ला हत्याकांड के आरोपी दरोगा शत्रुघ्न सिंह को उम्र कैद की सजा दिलवाई तो वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एफआई आर दर्ज कराने हेतु रिवीजन तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दाखिल रिवीजन को खारिज करा कर सुर्खियां बटोरने वाले गुलाब चंद्र अग्रहरी ने अपना 5 साल का कार्यकाल जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी के रूप में बेहतरीन तरीके से तय किया।
ग्राम चिल्ला माफी पहाड़ी जिला चित्रकूट निवासी गुलाब चंद्र अग्रहरी ने जिला अदालत इलाहाबाद में मार्च सन 2000 से शासकीय कार्य शुरू किया । इस दौरान वे सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता रहे तथा पिछले 5 साल से डीजीसी के पद पर विराजमान हैं।
इन बेमिसाल और यादगार वर्षों में श्री गुलाब चंद्र अग्रहरी ने अयोध्या मामले के 4 आरोपियों को आजीवन कारावास से दंडित कराया और बारी हुए आरोपी के खिलाफ अपील का प्रस्ताव शासन को भेजा। 46 साल पुराने मुकदमों का निस्तारण कराया। वहीं अनैतिक देह व्यापार मामले के 41 आरोपियों को सजा दिलवाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके साथ ही कोर्ट के अंदर इंस्पेक्टर अनीता चौहान पर चापड़ से हमला करने के आरोपी को सजा दिलवाई। अपने इस सुनहरे कार्यकाल के बारे में डीजीसी ने आगे बताया कि महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी मामले के आरोपी आनंदगिरी शूआ ट्स के आरबी लाल पूर्व सांसद अतीक अहमद पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ, जावेद खां सहित हजारों आरोपियों की जमानत अर्जी को खारिज कराया तो बसपा के पूर्व मंत्री हीरालाल गौतम, सपा विधायक विजमा यादव, उमेश पाल अपहरण के आरोपी पूर्व सांसद अतीक अहमद आदि को सजा दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही उमेश पाल अपहरण मामले में बरी हुए आरोपियों के खिलाफ तथा विजमा यादव के विरुद्ध अधिक सजा के लिए अपील का प्रस्ताव भी शासन को भेजा।
श्री अग्रहरी ने यह भी बताया कि इनके द्वारा शासन की मंशाअनुसार पक्ष रखा गया। जिससे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, महापौर गणेश केसरवानी, पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र सिंह गौड़ और विधायक प्रवीण पटेल आदि नेताओं के केस न्यायालयों द्वारा वापस किए गए। गुलाब अग्रहरी के इन बेहतरीन और बेमिसाल किए गए कार्यों को देखते हुए शासन द्वारा चार प्रशस्ति पत्र दिए गए। इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत, हाईकोर्ट के जस्टिस सुधीर अग्रवाल, पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी, डीआईजी ज्ञान सिंह, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, खुल्दाबाद संयुक्त व्यापार मंडल, महामंडलेश्वर रामदास महाराज, उत्तराखंड के महान पिंटू महाराज आदि द्वारा सम्मानित भी किया गया।