प्रयागराज: कांवड़ यात्रा पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

द ब्लाट न्यूज़ मंगलवार चार जुलाई से शुरू हो रहे सावन मास के दौरान होने वाली  कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं। प्रयागराज में एक तरफ जहाँ संगम और गंगा नदी के किनारे के घाटों पर  सुरक्षा और स्वच्छता  प्रशासन  की प्राथमिकता है तो वहीं कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की आस्था के सम्मान का पूरा ध्यान रखा गया है।

प्रयागराज से  गंगा , यमुना और अदृश्य सरस्वती की पावन धारा का जल लेकर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी जाने वाले शिव भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन सजग और तत्पर है। सावन मास में कावंड़ मार्गों और पवित्र नदियों के घाटों में शिव भक्तों के जत्थे सबसे अधिक नजर आते हैं। पुलिस कमिश्नर प्रयागराज के मुताबिक़ कावंड मार्गों एवं घाटों पर निरंतर पेट्रोलिंग की व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए गए हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी कराई जा रही है। प्रशासन कट या सम्पर्क मार्गों पर विशेष निगरानी एवं व्यवस्था रख रहा  है। कावंड मार्गों पर पड़ने वाले अंधे मोड़ों पर साइनेज लगाये गए हैं। संगम और गंगा नदी  के घाटों पर गहरे जल के पास बैरिकेटिंग एवं नोटिस बोर्ड लगाये गए हैं। सोशल मीडिया पर भी अलग- अलग टीमें बनाकर 24 घंटे मॉनिटरिंग कराई जा रही है। कोई भी आपत्तिजनक ट्वीट या पोस्ट किए जाने पर तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई की करने के लिए आदेशित किया गया है। माहौल बिगाड़ने वालों से कड़ाई से निपटने के आदेश जारी हुए है।
सावन मास के दौरान  कांवरियों की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आवागमन पर ट्रैफिक डायवर्जन प्लान  लागू  किया है। अपर पुलिस उपायुक्त यातायात के मुताबिक़ चार जुलाई से 31 अगस्त तक तक  शनिवार से मंगलवार तक यह डायवर्जन प्लान लागू  रहेगा। इसके तहत प्रयागराज होकर कानपुर से वाराणसी की ओर जाने वाले ट्रक-बस  फतेहपुर से लालगंज, रायबरेली, प्रतापगढ़, मछली शहर, जौनपुर, मड़ियाहूं के रास्ते जाएंगे। इसी तरह लखनऊ से वाराणसी जाने वाले भारी वाहनों को रायबरेली, ऊंचाहार, प्रतापगढ़, जौनपुर के रास्ते जाना होगा। प्रतापगढ़ के वाहनों को मछली शहर, जौनपुर, मड़ियाहूं के रास्ते वाराणसी से आवागमन करना होगा। रीवा से वाराणसी जाने वाले वाहनों को घूरपुर, गौहनिया से होते मीरजापुर के रास्ते जाना होगा।
वाराणसी से कानपुर की तरफ जाने वाले भारी माल वाहक गाड़ियां हंडिया से फोरलेन बाइपास से कोखराज होते कानपुर की तरफ जाएंगी। रीवा से प्रयागराज होकर लखनऊ और कानपुर की तरफ जाने वाले वाहनों को चित्रकूट, बांदा, चौडगरा, फतेहपुर होकर भेजा जाएगा। मीरजापुर से कानपुर-लखनऊ जाने वाले वाहनों को औराई, भदोही होकर जाना होगा।

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