द ब्लाट न्यूज़ सिंगापुर में एक इमारत का हिस्सा गिरने से उसके मलबे में दबकर 20 वर्षीय भारतीय नागरिक की मौत हो गई। छह घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान के दौरान मलबे से शव बाहर निकाला गया। तंजोंग पगार में फूजी जेरॉक्स टावर्स बिल्डिंग का हिस्सा गुरुवार को विध्वंस कार्यों के दौरान ढह जाने के बाद भारतीय कर्मचारी मलबे के नीचे दब गया था।
कंक्रीट स्लैब का वजन कम से कम 50 टन होने का अनुमान है। स्थानीय समयानुसार रात करीब 9.45 बजे शव बरामद किया गया।
सिंगापुर सिविल डिफेंस फोर्स (एससीडीएफ) ने एक बयान में कहा, एक सघन तलाशी अभियान के बाद, लापता कर्मचारी को शाम करीब 6 बजे एक टूटे हुए कंक्रीट के ढांचे के नीचे दबा देखा गया। उसकी मौत हो गई थी।
दोपहर 2 बजे घटना की सूचना मिलने के बाद एससीडीएफ के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
कर्मचारी को खोजने के लिए ग्यारह आपातकालीन वाहनों और 70 सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को तैनात किया गया था। इनमें अग्निशामक, बचावकर्मी और आपातकालीन चिकित्सा कर्मचारी शामिल थे।
मृतक विध्वंस का काम कर रही कंपनी ऐक सन का कर्मचारी था।
ऐक सन के एक प्रतिनिधि ने यह पता लगाने के लिए समय चाहिए कि मलबा गिरने का कारण क्या था।
जनशक्ति मंत्रालय (एमओएम) और बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन अथॉरिटी (बीसीए) ने बीती रात एक संयुक्त बयान में कहा, विध्वंस के दौरान दूसरी मंजिल पर लगभग 10 मीटर लंबी और 3.8 मीटर ऊंची दीवार सड़क पर गिर गई।
बीसीए (बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन अथॉरिटी) ने प्रोजेक्ट पार्टियों को सभी निर्माण गतिविधियों को रोकने का निर्देश दिया है। एमओएम ने कार्यकर्ता के नियोक्ता को साइट पर सभी काम बंद करने का भी निर्देश दिया है।
बयान में कहा गया है कि बाकी इमारत के स्थिर होने का आकलन किया गया है, और इसकी संरचनात्मक अखंडता पर कोई चिंता नहीं है।
इलाके में कार्यालय के कर्मचारियों ने कहा कि जब इमारत का ढांचा गिरा तो उन्हें झटके महसूस हुए।
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