द ब्लाट न्यूज़ अमेरिकी खुफिया जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने गोपनीय दस्तावेजों की जांच के सिलसिले में इंडियाना में पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस के घर की तलाशी ली और गोपनीय दस्तावेज बरामद किए। एक बयान में, पेंस के एक सलाहकार डेविन ओ माल्ली ने कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति ने तलाशी के लिए सहमति व्यक्त की।
न्याय विभाग ने पांच घंटे की गहन जांच के बाद तलाशी पूरी की और गोपनीय चिन्हों के साथ रिकॉर्ड की खोज के बारे में जानकारी दी गई।
आपको बता दें कि पेंस के वकीलों ने खुलासा किया था कि पिछले महीने घर पर उनके उपराष्ट्रपति पद से जुड़ी कुछ गोपनीय फाइलें मिली थी।
यह गोपनीय दस्तावेजों पर बढ़ते विवाद में बड़ी कार्रवाई है, जिसने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और मौजूदा राष्ट्रपति बाइडेन, दोनों को उलझाया हुआ है।
ट्रंप गोपनीय दस्तावेजों को गलत तरीके से संभालने के लिए आपराधिक जांच का सामना कर रहे हैं, जबकि बाइडेन अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा जांच का सामना कर रहे हैं।
ट्रंप का प्रशासन समाप्त होने के बाद से अब तक उनके पास से लगभग 300 गोपनीय दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
ट्रंप ने बार-बार किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया है कि उन्होंने व्हाइट हाउस छोड़ते समय अपने द्वारा लिए गए किसी भी दस्तावेज को सार्वजनिक कर दिया था। वहीं बाइडेन ने कहा है कि उनकी टीम ने वही किया जो उन्हें करना चाहिए था, गोपनीय फाइलों के मिलने पर तुरंत अधिकारियों को सतर्क कर दिया और कहा कि वह जांच में सहयोग कर रहे हैं।
पेंस के एक प्रवक्ता ने कहा कि वह एफबीआई की तलाशी के दौरान मौजूद नहीं थे, हालांकि घर पर उनका एक निजी वकील मौजूद था।
जनवरी में, पेंस के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय अभिलेखागार को पत्र लिखा था कि ये गोपनीय दस्तावेज हाल ही में उनके आवास पर मिले हैं। उन दस्तावेजों को पहले ही एफबीआई को सौंप दिया गया है।
प्रशासन के कार्यालय छोडऩे के बाद गोपनीय रिकॉर्ड को राष्ट्रीय अभिलेखागार में भेजा जाता है।
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