इस्राइल ने दमिश्क एयरपोर्ट पर दागी मिसाइलें

द ब्लाट न्यूज़ इस्राइली सेना ने सोमवार को सीरिया पर मिसाइल हमला बोल दिया। दमिश्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमले में दो सीरियाई सैनिकों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। हमले के बाद दमिश्क एयरपोर्ट को बंद करना पड़ा।

 

 

सीरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी सना के हवाले से एबीसी न्यूज ने यह जानकारी दी। यह हमला स्थानीय समय अनुसार रात 2 बजे किया गया। भारतीय समयानुसार करीब साढ़े सात बजे हमला किया गया। सैन्य सूत्रों ने सना न्यूज एजेंसी को बताया कि दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और उसके आसपास के इलाकों को निशाना बनाते हुए इस्राइल ने मिसाइलें दागीं। हमले में दो सैनिकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।

एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान के हिजबुल्लाह और ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों को हथियारों की खेप भेजने से रोकने के लिए इस्राइल ने ये हमला किया। रिपोर्ट के अनुसार इस्राइली सेना ने सीरिया के सरकारी हवाई अड्डों और बंदरगाहों को निशाना बनाया। हमलों से दमिश्क के दक्षिण में हवाईअड्डा और हथियार डिपो को नुकसान पहुंचा है।

इस्राइल ने साधी चुप्पी
एबीसी न्यूज के अनुसार दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमले के संबंध में इस्राइल ने कोई टिप्पणी नहीं की है। सीरियाई सेना ने भी हमले से हुए नुकसान का ब्योरा नहीं दिया है।  सीरिया पर इस्राइल का वर्ष 2023 का यह पहला हमला है, जिसे नववर्ष के दूसरे ही दिन अंजाम दिया गया।
10 जून को भी किया था दमिश्क एयरपोर्ट पर हमला
एक साल से भी कम समय में यह दूसरा मौका है जब दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करना पड़ा है। इससे पहले 10 जून को दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इस्राइली हवाई हमले में एयरपोर्ट के बुनियादी ढांचे और रनवे को काफी नुकसान पहुंचा था। इसे मरम्मत के बाद दो सप्ताह पूर्व  ही फिर खोला गया था।

सितंबर में अलेप्पो पर हमला किया था
इस्राइली सेना ने पिछले साल सितंबर में सीरिया के सबसे बड़े और व्यावसायिक शहर अलेप्पो के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमला किया था। इस कारण यह कई दिनों तक बंद रहा था। 2021 के अंत में भी इस्राइल के लड़ाकू विमानों ने मिसाइलें दागी थीं। ये लताकिया बंदरगाह पर कंटेनरों से टकराई थीं, इससे  बड़े पैमाने पर आग लग गई थी।

बीते वर्षों में सैकड़ों हमले
रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइल ने हाल के वर्षों में सीरिया के सरकार-नियंत्रित हिस्सों में सैकड़ों हमले किए हैं। हालांकि, सीरिया इन सैन्य ऑपरेशनों को स्वीकार नहीं करता है। जबकि, इस्राइल मानता है कि उसने लेबनान के हिजबुल्लाह जैसे ईरान-सहयोगी आतंकवादी समूहों के ठिकानों को निशाना बनाया है। लेबनान ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद की सेना का समर्थन करने के लिए हजारों लड़ाकों को भेजा है। हजारों ईरान समर्थित लड़ाके भी सीरिया में  11 साल से जारी गृहयुद्ध में शामिल हो गए हैं। उन्होंने असद के पक्ष में सत्ता के संतुलन बढ़ाने में मदद की है।

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