द ब्लाट न्यूज़ शेखपुरा में किसान की बेटी प्रीतम बनी सहायक प्रोफेसर। साभार स्वजन
शेखपुरा में किसान पिता की बेटी बनी सहायक प्रोफेसर, गांव में हाई स्कूल नहीं था तो नाना के घर से पूरी की पढ़ाई
ससुराल से उपहार में मिली थी
गांव के सामाजिक कार्यकर्ता पाटो सिंह ने बताया 1978 में सूर्यमणि सिंह की शादी लखीसराय जिला के दरियापुर में हुई थी। विवाह में सूर्यमणि सिंह की हथिनी ससुराल से उपहार में मिली थी। तब से सूर्यमणि सिंह परिवार के सदस्य के तरह हथिनी को अपने पास रखकर उसकी देखभाल कर रहे थे।
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कुछ दिन पहले इस हथिनी की तबीयत खराब हो गई थी। तब सूर्यमणि सिंह ने इसे पेलवान गांव के मो. फहिम को अपने घर पर रखकर सेवा करने को कहा और उसका खर्चा स्वयं सूर्यमणि वहन कर रहे थे। सोमवार की सुबह पेलवान के गांव मिल्की चक में हथिनी की मौत हो गई। हथिनी की मौत के बाद दो क्रेनों की मदद से उसे ट्रक पर लादकर मेहूस गांव लाया गया। ढोल-बाजे के साथ विधिवत शव यात्रा निकालकर उसे खेत में दफनाया गया। अनारकली नाम की यह हथिनी समूचे क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थी। इसे देखने दूर-दराज के लोग शौक से मेहूस गांव आते थे।
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