द ब्लाट न्यूज़ पुतिन ने जांच समिति के अध्यक्ष अलेक्जेंडर बैस्ट्रीकिन के साथ क्रीमिया पुल पर किए गए हमले के सभी अहम बिंदुओं पर चर्चा की। पुतिन इसे लेकर आज देश की सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने वाले हैं
बीते शनिवार को रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले एकमात्र पुल पर एक लॉरी में धमाके के बाद उड़ा दिया गया। उस दौरान सड़क व रेलवे मार्ग से गुजर रहे कई तेल टैंकरों ने आग पकड़ ली। हादसे में तीन लोगों के मौत हुई थी। इसी पुल से रूस यूक्रेन में सैन्य उपकरण भेजता है।
क्रीमिया पर रूस ने किया 2014 में कब्जा
क्रीमिया पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था। रूस इसी पुल के जरिए यूक्रेन जंग के लिए सैन्य साजो सामान भेज रहा था। यह पुल केर्च जलडमरूमध्य पर है। इस पुल को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2018 में खोला था।
यूक्रेन कर रहा था लगातार हमला
यह पुल यूक्रेन की सेना का प्रमुख निशाना रहा है। यूक्रेन रूसी सेना की रसद रोकने के लिए उस पर लगातार हमला कर रहा था। यह क्रॉसिंग यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्र से 100 मील से अधिक दूर है।
व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया के पास केर्च ब्रिज और ऊर्जा बुनियादी ढांचे के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी है। सुरक्षा सेवा को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है।राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया पुल के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने पर एक आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। पुतिन ने क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाले ऊर्जा पुल और गैस पाइपलाइन को सुरक्षित करने का भी आह्वान किया।
पुल पर आवाजाही शुरू
क्रीमिया के गवर्नर सर्गेई अक्सियोनोव ने बताया कि पुल पर ट्रेनों की आवाजाही शनिवार देर शाम को ही शुरू हो गई और दो यात्री ट्रेन रवाना हुईं। जबकि, फेरी ट्रेन रविवार को शुरू कर दी गईं। इसके अलावा पुल की मरम्मत कर जल्द ही सभी वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। यह पुल रूस के लिए इतना अहम है है कि इसके उद्घाटन में पुतिन खुद शामिल हुए थे।