द ब्लाट न्यूज़ यातायात विभाग द्वारा सीज कार पुलिस कस्टडी में भी सुरक्षित नहीं रही। कार से बैट्री, सीएनजी सिलेंडर व स्टेपनी इत्यादि सामान गायब हो गया।

कोर्ट से रिलीज ऑर्डर मिलने पर कार छुड़ाने के लिए मालिक पुलिस लाइन पहुंचा। वहां कार की हालत देखकर वह दंग रह गए। शिकायत करने पर पुलिस ने संतोषजनक जवाब देने की बजाए गाली-गलौच कर बैरंग लौटा दिया। तंग आकर पीड़ित ने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में कुछ पुलिस कर्मियों की भूमिका संदेह के दायरे में है। कविनगर थानांतर्गत हरसांव पुलिस लाइन में यह मामला सामने आया है।
चोरी गए सामान की बावत सवाल करने पर पीड़ित को पुलिस की सीनाजोरी भी झेलनी पड़ी। सत्यपाल सिंह निवासी शास्त्री नगर इस घटनाक्रम से सकते में हैं। एक तरफ उन्हें कई हजार रुपए का चूना लग गया, दूसरी ओर पुलिस की दुत्कार भी खानी पड़ी। दरअसल विगत 9 दिसंबर 2021 को हापुड़ चुंगी के पास यातायात पुलिस ने सत्यपाल की वैगनआर कार को रोक लिया था। जरूरी दस्तावेज न दिखाने पर पुलिस ने कार सीज कर दी थी। कार को पुलिस लाइन में रखा गया था। बाद में कोर्ट से रिलीज ऑर्डर पाकर वह सीधे पुलिस लाइन पहुंचे।
वहां कार की बैट्री, सीएनसी सिलेंडर, स्टेपनी आदि सामान न पाकर वह दंग रह गए। कार भी क्षतिग्रस्त हालत में मिली। जब उन्होंने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से इस बारे में सवाल पूछा तो वह भड़क गए। पुलिस कर्मियों ने उन्हें भला-बुरा कहकर चलता कर दिया। तदुपरांत वह थाना कविनगर पहुंचे। वहां भी सुनवाई नहीं हुई। इसके बावजूद सत्यपाल ने हार नहीं मानी। उन्होंने सीधे एसएसपी से मुलाकात कर अपनी आप-बीती सुनाई। तब जाकर एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। उधर, पुलिस अधीक्षक (यातायात) रामानंद कुशवाहा ने भी इस घटना को गंभीर माना है। उन्होंने कहा कि प्रकरण की जांच कराकर समुचित कार्रवाई की जाएगी।
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