द ब्लाट न्यूज़ महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक औद्योगिक इकाई में हुए विस्फोट में तीन श्रमिकों की मौत और आठ अन्य के घायल होने के बाद पुलिस ने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
राज्य के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री रवींद्र चव्हाण, जो पालघर के संरक्षक मंत्री भी हैं, ने बुधवार को घटना के बाद इकाई का दौरा किया और अधिकारियों को यहां उद्योगों में काम करने वाले लोगों के लिए सुरक्षा प्रशिक्षण आयोजित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि उद्योगों को सुरक्षा मानदंडों और विनियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए।
वसई शहर के चंद्रपाड़ा इलाके में बिजली के उपकरण बनाने वाली एक कंपनी में बुधवार दोपहर हाइड्रोजन गैस सिलेंडर में विस्फोट और आग लगने से तीन श्रमिकों की मौत हो गई और आठ अन्य गंभीर रूप से झुलस गए।
वसई के वलिव पुलिस थाना के एक अधिकारी ने बताया कि घायलों में से एक की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने फिलहाल दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर लिया है और घटना की जांच कर रही है।
अधिकारी ने कहा कि मृतकों की पहचान अजय बद्र (27), संदीप मिश्रा (25) और अश्विन पटेल (28) के रूप में हुई। घटना दोपहर करीब ढाई बजे हुई जब फैक्ट्री में 40 से 50 कर्मचारी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि विस्फोट की तेज आवाज सुनकर कर्मचारी परिसर से बाहर भागने लगे।
पालघर के संरक्षक मंत्री चव्हाण ने विस्फोट स्थल और अस्पताल का दौरा किया जहां घायल श्रमिकों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आशंका है कि मरम्मत कार्य के दौरान सिलेंडर में विस्फोट हुआ और पुलिस जांच टीम इसकी पुष्टि कर रही है।
उन्होंने इस तरह की घटनाओं का कारण बनने वाली तकनीकी गलतियों से बचने के लिए कार्यबल की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नए और संविदा कर्मियों को भी स्थायी कर्मचारियों की तरह सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाए।
मंत्री ने कहा कि कंपनी प्रबंधन द्वारा मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने के अलावा सरकार भी उन्हें मुआवजा देने का प्रयास करेगी। उन्होंने घायलों को सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।