लखनऊ। ‘जान’ को लगभग सुरक्षित कर चुकी उत्तर प्रदेश सरकार अब ‘जहान’ को लेकर भी चिंतन-मनन कर रही है। कोरोना संक्रमण घटने के साथ बाजार, धर्मस्थल, रेस्टोरेंट आदि खोलने के बाद अब शिक्षण संस्थानों पर नजर है। लगातार इस पर मंथन चल रहा है कि विद्यार्थी सुरक्षित रहें और उनकी पढ़ाई भी अब प्रभावित न हो। इसे देखते हुए उम्मीद है कि यदि संक्रमण न बढ़ा तो अगले सप्ताह से डिग्री कॉलेज व कोचिंग संस्थान सहित कुछ अन्य गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है।

कोरोना संक्रमण की भयावह दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में अब काफी कम हो चुकी है। संक्रमण के मामले लगातार घट रहे हैं। स्थितियों को सुधरते देख ही योगी सरकार ने पिछले दिनों चरणवार ढंग से बाजार, धर्मस्थल, होटल, रेस्टोरेंट, पार्क आदि खोलने की अनुमति दे दी। शादी समारोह में भी 50 लोग शामिल हो सकते हैं। सरकारी कार्यालयों में कार्मिकों की सौ फीसद उपस्थिति अनुमन्य कर दी गई। स्थितियां सामान्य होते देख अब उच्च शिक्षा के छात्रों को लेकर भी फिक्र है। सरकार ने इस दिशा में विचार मंथन शुरू कर दिया है।
चूंकि शनिवार और रविवार को साप्ताहिक बंदी है, इसलिए माना जा रहा है कि यदि इस दौरान संक्रमण के मामले नहीं बढ़ते हैं तो अगले सप्ताह से डिग्री कॉलेज और उच्च शिक्षा के कोचिंग संस्थान खोले जा सकते हैं। इसके साथ ही सरकार मॉल, मल्टीप्लेक्स सहित अन्य गतिविधियों को भी कोविड प्रोटोकाल के पालन की शर्तों के साथ शुरू करने की अनुमति दे सकती है।
मुख्य सचिव आरके तिवारी का कहना है कि प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अन्य राज्यों में डेल्टा प्लस संक्रमण के मामले मिल रहे हैं। सीमावर्ती जिलों पर भी नजर रखी जा रही है। कब तक प्रतिबंध लागू रहेंगे और कब से छूट दी जाएगी, इसके लिए अवधि कोई निश्चित नहीं की है। हर दिन हालात की समीक्षा की जा रही है। सरकार भी चाहती है कि जनता कोरोना से सुरक्षित रहे और जनजीवन सामान्य हो, बच्चों की पढ़ाई और व्यापारिक गतिविधियां भी प्रभावित न हों। उच्च शैक्षिक संस्थान खोले जाने को लेकर विचार चल भी रहा है। यदि स्थिति ठीक रही और संक्रमण नहीं बढ़ा तो जल्द ही इन्हें खोलने को लेकर निर्णय किया जाएगा।
The Blat Hindi News & Information Website