मुंबई । पिछले कुछ दिनों से विवादों में घिरीं लक्षद्वीप की पहली फिल्म निर्माता आयशा सुल्ताना को पुलिस ने छोड़ दिया है। उन पर राजद्रोह का आरोप लगा था जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। आयशा से रविवार, बुधवार और गुरुवार को पूछताछ की गई।
लक्षद्वीप के कावारत्ती पुलिस स्टेशन से तीन घंटे की पूछताछ के बाद बाहर आते वक्त आयशा ने कहा, ‘अब सब खत्म हो गया है। मुझसे पुलिस ने कहा है कि मैं कोच्चि जा सकती हूं। अब मैं वहां के लिए रवाना हो जाऊंगी और कल या परसों तक वहां पहुंचूंगी।’
इससे पहले बुधवार को आयशा से करीब 8 घंटे पूछताछ की गई थी। उस वक्त उन्होंने कहा था कि पुलिस ने उनके फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप अकाउंट्स की जांच की है। पुलिस यह जांच कर रहे थी कि क्या उनके विदेश में भी कोई लिंक हैं।
पिछले दिनों एक टीवी चैनल में डिबेट के दौरान सुल्ताना ने कहा था, ‘लक्षद्वीप में अभी तक कोरोना का एक भी केस नहीं था लेकिन अब हर रोज 100 मामले सामने आ रहे हैं। मैं स्पष्ट तौर पर कह सकती हूं कि केंद्र सरकार ने बायो वेपन के तौर पर प्रशासक प्रफुल्ल पटेल की तैनाती की है। वह यहां पर अलोकतांत्रिक, जनविरोधी नीतियों को लागू कर रहे हैं जिससे कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।’
आयशा सुल्ताना के बयान के बाद बीजेपी ने इसकी कड़ी आलोचना की थी और उनके खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करवाया था। हालांकि, केंद्रशासित प्रदेश की बीजेपी यूनिट के कई नेता इस कार्रवाई पर नाराजगी जता चुके हैं। करीब 12 से ज्यादा नेताओं ने तो पार्टी भी छोड़ दी है।