जोड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए निशुल्क कैंप

नई दिल्ली । निरामया रिसर्च द्वारा आज दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित आयुष्यम् केन्द्र में जोड़ों के दर्द में त्वरित लाभ के लिए एक निशुल्क कैंप लगाया गया जिसमें पुराने से पुराने कमर, कूल्हे, शाइटिका, घुटने आदि के दर्द को मसल रिलीज टेक्निक्स द्वारा लोगों को एक ही सत्र में छुटकारा दिलाया गया। इस कैंप में 50 से अधिक रोगी आए जो कई सालों से भयंकर दर्द से पीड़ित थे। कार्यशाला के बाद लगभग सभी लोगों को अपने भिन्न भिन्न जोड़ों के दर्द में अत्यधिक लाभ मिला।

विवेक अग्रवाल ने बताया कि हमारे रिसर्च में यह पाया गया कि 90 फीसदी से अधिक जोड़ों में दर्द का कारण हमारे मांसपेशियों का स्टिफनेस और उन में पड़ी हुई गांठें हैं जिससे हमारे जोड़ों का मूवमेंट आदि ठीक नहीं हो पाता और अलग-अलग प्रकार की पीड़ा होती है। शरीर में मसल्स जितनी नरम और लचीली होती जाएँगी उसमे अपने आप आराम मिलता जायेगा। विशिष्ट और उचित स्ट्रैचिंग या खिंचाव और अन्य तकनीकों के माध्यम से एक ही बार में रोगी को 70 से 80 प्रतिशत तक लाभ आ जाता है और वह अपनी दिनचर्या सरलता से करने लगता है। यह तकनीक इतनी सरल है कि रोगी बिना किसी खर्च के घर बैठे ही अपना उपचार स्वयं कर सकता है, किसी प्रकार की दवा और सर्जरी आदि की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

निरामय रिसर्च के चेयरमैन विवेक शील अग्रवाल के शोध द्वारा विकसित और सेल्फ पेन मैनेजमेंट के नाम से प्रचलित इन तकनीकों के वीडियो यूट्यूब और फेसबुक पर भी बहुत प्रचलित हैं और लाखों लोग उनके वीडियो देखकर घर बैठे अपने जोड़ों के दर्द में आराम पा चुके हैं। इन ठीक हुए रोगियों में से बहुत से विदेशों में बसने वाले लोग भी हैं। दिल्ली सहित देश के अनेक भागों में इस तरह के निशुल्क कैंप का आयोजन निरामया रिसर्च द्वारा लगातार किया जाता है और हजारों लोग जो सर्जरी के लिए मन बना चुके थे, बिना किसी दबाई से अपने आप एक्सरसाइज को करके ठीक हो चुके है।

Check Also

स्‍पाइसजेट ने बकाया जीएसटी और कर्मचारियों की सेलरी का किया भुगतान

नई दिल्ली । कर्ज में डूबी सस्‍ती विमानन सर्विस प्रदाता कंपनी स्‍पाइसजेट ने अपना माल …