द ब्लाट न्यूज़ । जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की इंटरनल कम्प्लेंट्स कमिटी(आईसीसी) ने विवि. में छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले को गंभीरता से लिया है। आईसीसी की प्रेसीडिंग अधिकारी प्रो. पूनम कुमारी ने बुधवार को एक निर्देश जारी कर कहा कि 27 मई की शाम 7 बजकर 46 मिनट पर आईआईसी को इस संदर्भ में एक शिकायत मिली है। जिसके बाद जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आईसीसी ये सुनिश्चित करती है कि इस मामले की सुनवाई स्वतंत्र तरीके से शीघ्र और निष्पक्ष ट्रायल के जरिए होगी। ताकि शिकायकर्ता छात्रा को न्याय दिलाया जा सके। अगर मामले में कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आईसीसी परिसर में किसी भी प्रकार के यौन उत्पीडऩ के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का पालन करेगी। आईसीसी परिसर में यौन उत्पीडऩ के मामलों को रोकने, प्रतिबंधित करने और निवारण करने का प्रयास करती है। बता दें आईसा कार्यकर्ता पर जेएनयू परिसर में एक छात्रा ने आरोप लगाया था कि उसने पीड़िता को बिना मर्जी के अनुचित रूप से छुआ है।
साथ ही उसे पीछे से जबरन पकड़ा गया। इसके अलावा पीड़िता को उसके सहपाठियों के माध्यम से बदनाम करने तथा विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने की साजिश की धमकी दी गई। मामले में कंसर्न्ड विमेन ऑफ जेएनयू ने सबसे पहले बयान जारी किया था। जिसके बाद आईसा सचिव मधुरिमा कुंडू ने बयान जारी कर छात्रा से बात करने की कोशिश की थी। साथ ही मामले को जीएसकैश के पास भी भेजा गया था।
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