द ब्लाट न्यूज़ । तिहाड़ जेल में एक बार फिर से कैदी पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया गया। हरी नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों हमलवारों से वारदात में इस्तेमाल हथियार जब्त कर लिया है। घायल कैदी ने खुद पर हुए हमले को एक साजिश बताकर दो लोगों के नाम पुलिस को बताए हैं। उसको शक है कि उसपर पैसे देकर हमला करवाया गया है। पुलिस के मुताबिक कैदी मोहित धनखड़ बीते अप्रैल से वार्ड नंबर-3 मेडिसिन वार्ड, जेल नंबर-3 में बंद हैं। उसको सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में पकड़ा था। वह पहले डीजीजीआई में सुपरिटेंडेंट के पद पर तैनात था।
मोहित ने पुलिस को बताया कि पकड़े जाने से पहले उसको घर पर हाथ पैर में चोट लगी थी। उसके हाथ पैर में फ्रैक्चर होने के कारण उसके पट्टी बंधी हुई है। जब उसको कहीं पर जाना होता है। वह व्हील चेयर का इस्तेमाल करता है। सुबह साढ़े दस बजे जब वह व्हील चेयर पर बैठकर फोन करने के बाद वापिस अपने वार्ड में आ रहा था। दीपक और दीपक कुमार ने उसको पकड़ लिया। दोनों के हाथ में धारदार हथियार थे। जिन्होंने उसपर जानलेवा हमला किया और उसकी पट्टी को भी पकड़ लिया। उसके चिल्लाने के बाद तुरंत सेवादार विजय यादव व अन्य जेल स्टॉफ ने मौके पर पहुुंचकर दोनों से उसको छुड़वाया। उसके मुंह और कान पर चोट लगी। उसको शक है कि हमले के पीछे बाप बेटे सौरभ मित्तल पिता योगेश मित्तल और राजीव दाहिया का हाथ है। सभी नाहरी सानीपत के रहने वाले हैं और उन्हें मारने की धमकी भी दे चुके हैं।