द ब्लाट न्यूज़ । पश्चिमी यूपी के विभिन्न जिलों से 150 से अधिक गाडिय़ां चुराने वाले शातिर वाहन चोर लोकेन्द्र को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। शुक्रवार तडक़े अंधेरे के दौरान जिले की क्राइम ब्रांच टीम और इंदिरापुरम पुलिस से हुई मुठभेड़ में लोकेन्द्र पैर में गोली लगने से घायल हो गया। घायल बदमाश को पुलिस द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने चोरी की स्विफ्ट कार, लैपटॉप, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं।
एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि क्राइम ब्रांच टीम को सूचना मिली थी कि वाहन चोर गैंग का सरगना दिल्ली से कार चोरी कर इंदिरापुरम क्षेत्र से गुजरने वाला है। सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच टीम और इंदिरापुरम पुलिस ने क्षेत्र में चेकिंग शुरू कर दी। चेकिंग के दौरान पुलिस टीमों को सिल्वर कलर की एक संदिग्ध कार आती दिखाई दी। पुलिस ने कार चालक को रोकने का प्रयास किया तो वह कार से निकलकर पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भाग निकला। पुलिस ने घेराबंदी कर जवाबी फायरिंग की। जिसमें बदमाश पैर में गोली लगने से घायल होकर गिर पड़ा। पकडऩे के बाद पूछताछ करने पर बदमाश की पहचान गांव सिलाना, छपरौली बागपत निवासी लोकेश उर्फ लोकेन्द्र के रूप में हुई। आरोपी ने बताया कि वह बरामद कार को दिल्ली से चुराकर लाया था।
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि लोकेन्द्र ने 150 से अधिक गाडिय़ां चुराने की बात कबूली है। उसके खिलाफ गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, जेपीनगर, अलीगढ़, बिजनौर और गौतमबुद्धनगर के विभिन्न थानों में लूट, चोरी व धोखाधड़ी के 29 से अधिक मामले दर्ज पाए गए हैं। प्रभारी रहमान ने बताया कि लोकेन्द्र पुलिस को गुमराह करने के लिए ज्यादातर घटनाओं में अपनी पत्नी सविता को साथ लेकर चलता था। चेकिंग के दौरान महिला को कार में बैठे देख पुलिस उसे रोकती नहीं थी। जिसका फायदा उठाकर वह चोरी की गाडिय़ों को ले जाकर बेचने में कामयाब हो जाता था। अपने साथियों के माध्यम से कार बेचकर जो रकम मिलती थी उसे वह पत्नी सविता के खाते में ही जमा कराता था। पुलिस का कहना है कि सविता भी गैंग का संचालन करती है। उसे भी पकडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं।