द ब्लाट न्यूज़ । उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधायक और प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व अधिकारी राजेश्वर सिंह शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में एक वकील के रूप में पेश हुए। उन्होंने हाल ही में बार में अपना पंजीकरण कराया है।
सूत्रों ने बताया कि 49 वर्षीय सिंह प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण की अदालत में छात्रों के एक समूह के वकील के रूप में पेश हुए। छात्रों ने एक मेडिकल कॉलेज के खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर की है।
सिंह मार्च में इस्तीफा देने के बाद राजनीति में आए थे और उन्होंने लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर 56,000 से अधिक मतों से जीत हासिल की थी।
सूत्रों ने कहा कि सिंह ने अप्रैल में उच्चतम न्यायालय में वकील के रूप में अपना पंजीकरण कराया और वह कुछ जनहित याचिकाओं (पीआईएल) पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कथित 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला मामले सहित विभिन्न जांच से जुड़े धनशोधन मामले में ईडी के मुख्य जांच अधिकारी के रूप में काम करते हुए 2018 में एलएलबी का पाठ्यक्रम पूरा किया।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से बातचीत करते हुए कहा कि वह वकील के रूप में काम कर अपने क्षेत्र के लोगों की मदद कर सकेंगे।
सिंह की बड़ी बहन और वकील आभा सिंह ने अपने भाई की एक तस्वीर ट्वीट की जिसमें वह वकील की वेशभूषा में उच्चतम न्यायालय की सीढ़ियों के बाहर खड़े हैं।
ईडी अधिकारी के तौर पर सिंह कई बहुचर्चित मामलों से जुड़े थे।