भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य में कोरोना की दूसरी लहर से उपजी स्थितियां अब नियंत्रण में आ गयी हैं, लेकिन चिंता की बात है कि अनेक लोगों ने लापरवाही भी शुरू कर दी हैं, जो उचित नहीं है।
शिवराज सिंह चौहान ने जिला, विकासखंड और ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन समितियों के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों और अन्य लोगों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सभी नागरिकों से विनम्र अनुरोध करना चाहते हैं, कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। स्थितियां नियंत्रण में आयी हैं। लेकिन गांवों और कस्बों से खबरें आ रही हैं कि अनेक नागरिकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बंद कर दिया है। भीड़ जुटने लगी हैं। मॉस्क का उपयोग नहीं किया जा रहा है। ये सब उचित नहीं है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे नागरिकों को डराना नहीं चाहते हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि अनलॉक के जरिए जो रियायतें दी गयी हैं, वे जारी रहें। बाजार खुले रहें। आर्थिक गतिविधियां चलती रहें। आगे फिर से लॉकडाउन की नौबत नहीं आए। लेकिन इन सबके लिए आवश्यक है कि नागरिक कोरोना रोकने के लिए जारी केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का पालन ढंग से करें। उन्होंने इन दिनों कोरोना के डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट का जिक्र करते हुए कहा कि इसे भी खतरनाक माना जा रहा है। इसलिए इससे भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
शिवराज सिंह चौहान ने इंग्लैंड और कुछ अन्य देशों में कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ने की खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरू की गयी थी, लेकिन मामले बढ़ने के कारण इसे फिर से रोका जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से बार बार अनुरोध किया कि वे भविष्य में कोरोना की लहर रोकने के लिए लापरवाही नहीं बरतें। कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मॉस्क लगाएं। भीड़ नहीं जुटाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना पर पूर्ण नियंत्रण के लिए वैक्सीनेशन सर्वश्रेष्ठ उपाय है। सरकार इसके लिए विशेष महाअभियान प्रारंभ कर रही है। उन्होंने इसमें सभी लोगों से सहभागिता का अनुरोध करते हुए कहा कि कोरोना की तीसरी लहर रोकने में वैक्सीनेशन ही सबसे मददगार उपाय साबित होगा।
The Blat Hindi News & Information Website