आगरा। आगरा में सिविल एन्क्लेव की बाउंड्री निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो गया है।आबादी वाले हिस्से की बाउंड्री का काम विवाद की वजह से रुका हुआ है। यह योजना फिलहाल बाउंड्री निर्माण तक की सीमित है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में मामला विचाराधीन होने के कारण इसके आगे का भविष्य अभी तय नहीं है।
ताजनगरी में खेरिया हवाई अड्डे को ही विस्तार रूप देकर सिविल एन्क्लेव विकसित किया जाना है। इसके लिए सदर तहसील के धनौली, अभयपुरा और बल्हेरा में जमीन अधिग्रहण की गई है। योजना के लिए 20 हेक्टेयर जमीन प्रस्तावित है। अधिग्रहण की प्रक्रिया वर्ष 2016 से चल रही है। 26 मार्च 2018 को आगरा के तत्कालीन सांसद प्रो. रामशंकर कठेरिया ने इसकी बाउंड्री का निर्माण का शिलान्यास किया था। जोकि वर्ष 2018 के अंत तक पूरा होना था। लगभग 2325 मीटर लंबी बाउंड्री बननी है। शुरुआत में जमीनों के कब्जे को लेकर काम गति नहीं पकड़ पाया।
इसके चलते तय समय सीमा में पूरा नहीं हो सका। इसके बाद निर्माण कार्य लाकडाउन में फंस गया। अनलाक में काम शुरू हुआ। लगभग 2275 मीटर की बाउंड्री का निर्माण हो चुका है। इसका कुछ हिस्सा अधिग्रहण के लिए अभी शेष है। इधर, क्षेत्रीय लोगों बाउंड्री के एक हिस्से को तोड़कर आम रास्ता भी बना लिया है। प्रस्तावित स्थल से अब तक बिजली के खंबे भी नहीं हट सके हैं। हालांकि सिविल एन्क्लेव की पूरी योजना नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में फंसी हुई है। वहां से योजना को हरी झंडी मिले तबए टर्मिनल निर्माण का काम शुरू हो। उम्मीद है जल्म निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
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