प्रतापगढ़ । एम्बुलेंस से अस्पताल जा रही महिला को रास्ते में ही प्रसव पीड़ा होने लगी। स्वास्थ्यकर्मियों ने एम्बुलेंस सड़क किनारे रोक दी और ईएमटी ने सूझबूझ से सुरक्षित तरीके से प्रसव करा दिया। इसके बाद जच्चा-बच्चा को अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्सक ने जांच के बाद दोनों को स्वस्थ बताया। कालाकांकर इलाके के चंदेलन का पुरवा परियांवा निवासी अखंड प्रताप सिंह की पत्नी निशा को रविवार सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। उन्होंने एम्बुलेंस सेवा 102 को सूचना दी। करीब आधा घंटे बाद एम्बुलेंस लेकर स्वास्थ्यकर्मी पहुंचे और गर्भवती को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कालाकांकर के लिए निकले। अस्पताल के रास्ते में ही निशा की प्रसव पीड़ा बढ़ गई और वह एम्बुलेंस में ही तड़पने लगी। यह देख चालक दिवाकर ने सड़क किनारे एम्बुलेंस रोक दी। ईएमटी दिनेश कुमार ने गांव की आशा बहू व परिजनों के सहयोग से वहीं सुरक्षित प्रसव करा दिया। इसके बाद निशा व नवजात को स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने दोनों को जांच के बाद स्वस्थ बताया। एम्बुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर सचिन राज श्रीवास्तव ने बताया कि एम्बुलेंस सेवा के ईएमटी व चालक हर परिस्थिति से निपटने में पारंगत हैं।
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