निलंबन को लेकर विपक्षी दलों का संसद भवन से विजय चौक तक मार्च

नई दिल्ली । कांग्रेस तथा कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा के सभी 12 सदस्यों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए संसद भवन परिसर में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति से विजय चौक तक मंगलवार को मार्च किया।
मार्च में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, के. सुरेश, शिव सेना के संजय राउत, द्रमुक के तिरुचि शिवा सहित कई सदस्यों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन के दौरान सदस्य एक बड़ा बैनर लेकर चल रहे थे जिसमें 12 सदस्यों का निलम्बन वापस करने की मांग की गई। कुछ सदस्य हाथों में तख्तियां भी लिए थे जिनमें ‘लोकतंत्र बचाओ और संविधान बचाओ तथा तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे लिखे थे।
मार्च के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विजय चौक में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है और सदन में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है तथा विपक्ष को संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं करने दी जा रही है।
विपक्षी दलों के प्रदर्शन तथा विपक्ष के सदस्यों के निलम्बन पर उन्होंने कहा “विपक्षी दलों का यह प्रदर्शन संसद में उनकी आवाज दबाने के खिलाफ है। सदन की कार्यवाही से जिन सदस्यों को सत्र के लिए निलम्बित किया गया है उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जिसके कारण उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई।”
पुलिस बस पर हमले में दो विदेशी और एक स्थानीय आतंकवादी शामिल: आईजीपी
नई दिल्ली, 14 दिसम्बर (वेब वार्ता)। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने मंगलवार को कहा कि श्रीनगर के जेवान में पुलिस बस पर आतंकवादी हमले में दो विदेशी और एक स्थानीय आतंकवादी शामिल थे, जिसमें तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए है और अन्य 11 घायल हो गए हैं।
श्री कुमार ने कहा कि जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों के हमले के समय बस में 25 पुलिसकर्मी सवार थे। उन्होंने कहा, “दो विदेशी और एक स्थानीय आतंकवादियों ने जेवान हमले को अंजाम दिया है। इस दौरान एक आतंकवादी घायल हो गया और उसके खून के निशान से पता चलता है कि वह पोम्पोर और फिर त्राल क्षेत्र की ओर गया है। हम उनकी तलाश कर रहे हैं और बहुत जल्द ही उन्हें मार गिराया जाएगा।”
पुलिस महानिदेशक ने श्रीनगर में शहीदों के सम्मान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हमारे पास अन्य जानकारियां भी है और हम जल्द ही आतंकवादियों का पता लगा लेंगे। उन्होंने बताया कि इस हमले में घायल हुए एक पुलिसकर्मी की उपचार के दौरान आज सुबह मृत्यु हो गयी।
उन्होंने कहा, “सोमवार शाम पुलिस बस पर आतंकवादी हमले में एक सहायक उपनिरीक्षक सहित दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। वहीं आज सुबह एक अन्य पुलिसकर्मी ने अस्पताल में दम तोड़ा दिया।”
उन्होंने कहा कि फरवरी 2019 में लेथपोरा पुलवामा कार बम विस्फोट के बाद से कश्मीर में सुरक्षा बलों पर पुलिस बस पर हमला पहले की तरह था। वर्ष 2019 में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
आईजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई में जेवान में हथियारों को छीनने के प्रयास को नाकाम कर दिया था।
उन्होंने कहा, “आतंकवादियों का इस हमले के उदेश्य हथियारों को छीनना था, लेकिन हमारे जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देकर आतंकवादियों की योजना को विफल कर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।

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