नई दिल्ली। शाहदरा जिले की एएटीएस टीम ने 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी 48 वर्षीय मनोज जैन पिछले छह साल से फरार था। उस पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। आरोपी मनोज के भाई मनीष जैन ने उसे बचाने के लिए अपहरण का झूठा केस दर्ज कराया था। आरोपी गाजियाबाद के इंदिरापुरम में छिपकर रह रहा था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
शाहदरा के डीसीपी आर सत्य सुंदरम ने बताया कि आरोपी मनोज जैन गांधी नगर के कैलाश नगर में गर्ग एजेंसी और अंश इंटरप्राइजेज का मालिक था। उसने व्यापारी संजय कौल को अपने कारोबार में रुपये लगाकर अच्छा मुनाफ कमाने का झांसा दिया। संजय कौल उसके झांसे में आ गए और 10 करोड़ रुपये उसके कारोबार में लगा दिए। बाद में संजय कौल को पता चला कि मनोज जैन ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। उन्होंने साल 2015 में मनोज जैन के खिलाफ गांधी नगर में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया। इसके बाद आरोपी फरार हो गया। आरोपी मनोज के भाई मनीष ने अपने भाई को बचाने के लिए साल 2016 में कृष्णा नगर थाने में अपहरण की झूठी एफआईआर दर्ज करा दी। शाहदरा जिले की पुलिस के साथ दिल्ली पुलिस की ईओडब्ल्यू की टीम भी जांच में जुटी। इस दौरान शाहदरा जिले के एएटीएस टीम को शुक्रवार को मनोज जैन के आनंद विहार इलाके में आने की सूचना मिली। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से कार और एक मोबाइल बरामद हुआ है।
ईओडब्ल्यू, गांधी नगर व कृष्णा नगर थाने की पुलिस आरोपी मनोज जैन की तलाश में जुटी हुई थी। इस बीच साल 2018 में आरोपी ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम में फ्लैट खरीद दिया और परिवार के साथ छिपकर रहने लगा। आरोपी ने वहां कारोबार भी शुरू कर दिया। लंबे समय तक वह पुलिस से बचता रहा। लेकिन शुक्रवार को सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे दबोच लिया।
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