छींक सभी व्यक्तियों को आती है। यदि आपको एक या दो छींक आती है तो नार्मल बात मानी जाती है, मगर यदि छींक बार-बार आने लगे, या निरंतर छींक आने लगे तो यह समस्या बन जाती है। बार-बार छींक आने से मनुष्य परेशान एवं चिड़चिड़ा हो जाता है। छींक कि वजह से कई व्यक्तियों को सिर में दर्द भी होने लगता है।
यदि आप भी निरंतर छींक आने से परेशान हैं तो छींक को रोकने का घरेलू इलाज कर सकते हैं। वही आयुर्वेद के मुताबिक, छींक आना कई रोगों के लक्षण भी हो सकते हैं। छींक द्वारा नाक व गले के भीतर से दूषित पदार्थ बाहर निकलता है। यह शरीर को ऊर्जा से बचाने की स्वभाविक प्रक्रिया है, मगर यदि किसी शख्स को बहुत जल्दी-जल्दी छींक आती है तो यह शख्स की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी को दिखता है। इसलिए आप छींक से निजात पाने के लिए घरेलू उपचार कर अपने आप को स्वस्थ बना सकें।
छींक की परेशानी के लिए घरेलू उपचार:-
अदरक बार-बार छींक आने का उपचार में फायदेमंद:-
एक चम्मच अदरक का रस लें। इसमें आधा चम्मच गुड़ मिलाकर दिन में दो बार खाएँ। यह छींक की दिक्कत से राहत दिलाता है।
दालचीनी का इस्तेमाल कर छींक का उपचार:-
एक गिलास गरम पानी में एक चम्मच शहद एवं आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पिएँ। यह छींक से आराम दिलाता है।
लगातार छींक आने पर हींग से लाभ:-
निरंतर छींक आने पर थोड़ी-सी हींग लें। इसकी गंध को सूंघे। यह उपाय आपको बार-बार छींक आने की दिक्कत से राहत पहुंचाता है।
बार-बार छींक आने पर पुदीना का इस्तेमाल:-
उबलते हुए पानी में पुदीने के तेल की कुछ बूंदे डाल दें। इसका भाप लें। यह उपाय छींक की दिक्कत में बहुत लाभ पहुंचाता है।
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