नई दिल्ली। भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने बुधवार को नंगली में पिछले 20 अप्रैल से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करवाया। सिंह पिछले कई दिनों से लगातार गृहमंत्री अमित शाह से, उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव के साथ प्रयासरत थे और आखिरकार आज जाकर कामयाबी हाथ लगी। उन्होंने कहा कि इस प्लांट के मालिक धर्मेंद्र ने जब मुझे बताया कि उनकी प्लांट को केजरीवाल सरकार द्वारा बंद कर दिया गया है, और जब मैंने कारण पता किया तो केजरीवाल सरकार की तरफ से तर्क दी गई कि यह प्लांट किसी भी कोविड अस्पताल से नहीं जुड़ा हुआ है इसलिए हम इसे चालू करने में असमर्थ हैं। इस मामले को उजागर करने वाले प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार भी इस मौके पर मौजूद थे।
प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि इस प्लांट के चालू होने से लगभग आसपास के 15 से अधिक छोटे अस्पताल और नर्सिंग होम को मदद मिलेगी। पानीपत से आ रहे लिक्विड ऑक्सीजन अब लगातार जारी रहेगा, इसे सुनिश्चित किया गया है। साथ ही इसकी मात्रा को और ज्यादा बढ़ाने पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बेड कम पड़ने के कारण जो लोग घर में आइसोलेट हैं, उनके लिए काफी सहूलियत होगी। यहां सिर्फ डॉक्टर की पर्ची जिसमें ऑक्सीजन की मांग हो और एक मरीज का आधार कार्ड के साथ खाली सिलेंडर लाकर ऑक्सीजन ले जाया जा सकता है। कल से केंद्र सरकार ने भी दिल्ली की ऑक्सीजन सप्लाई की मात्रा बढ़ा दी है। यह समय राजनीति का नहीं बल्कि एक साथ मिलकर काम करने का है।
प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने संसद प्रवेश साहिब सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले 20 अप्रैल से केजरीवाल सरकार ने इस प्लांट को रोक रखा था। अगर यह प्लांट बिना रोके शुरू रहता तो आज कई सौ लोगों की जाने बच जाती। लोग अपनों की जान की भीख नहीं मांग रहे होते क्योंकि इस नंगली प्लांट की 500 बड़े सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन करने की क्षमता है जबकि 25 टन प्रतिदिन उत्पादन क्षमता होने के बावजूद केजरीवाल ने सिर्फ 2.5 टन प्रतिदिन उत्पादन करने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि यह प्लांट कई लोगों के लिए संजीवनी साबित होगी, लेकिन राजनीति से ऊपर उठकर अगर केजरीवाल मानवता का परिचय दें तो शायद दिल्ली का कुछ कल्याण हो जाए।
श्री कुमार ने कहा कि होम आईसोलेशन में, छोटे छोटे नर्सिंग होम में, हजारों लोग अपना इलाज करवा रहे हैं। जिनके रिश्तेदार छोटे छोटे सिलेंडर में स्थानिय ऐजेंसियों से आक्सीजन भरवा कर अपने मरीजों की देखभाल कर रहे हैं पर पिछले कुछ दिन में दिल्ली सरकार ने अधिकांश स्थानिय आक्सीजन ऐजेंसियों को बंद करवाकर उनके स्टाक को अधिग्रहीत कर लिया है। सरकार के इस अधिग्रहण से होम आईसोलेशन एवं छोटे नर्सिंग होम में इलाज करा रहे मरीजों के सामने जीवन संकट उत्पन्न हो गया है।