काबुल: अफगानिस्तान पर कब्जा करने के साथ ही तालिबान ने ऐलान किया था कि वह सभी को माफ करता है और किसी से भी बदला नहीं लेगा, लेकिन अब इस आतंकी संगठन का घिनौना चेहरा दुनिसा के सामने आने लगा है। तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के भाई को मार डाला है। सालेह पंजशीर घाटी में तालिबान विरोधी विपक्षी ताकतों का साथ दे रहे हैं।
सालेह के भाई रोहुल्लाह अज़ीज़ी के मारे जाने की खबर तालिबान बलों द्वारा पंजशीर के प्रांतीय केंद्र पर नियंत्रण करने के कुछ दिनों बाद आई थी, जो उनके खिलाफ अंतिम प्रांत था। सालेह के भतीजे इबादुल्ला सालेह ने एक टेक्स्ट संदेश में रॉयटर्स को बताया। “उन्होंने मेरे चाचा को मार डाला, उन्होंने कल उन्हें मार डाला और हमें उसे दफनाने नहीं देंगे। वे कहते रहे कि उसका शरीर सड़ जाना चाहिए।”
तालिबान सूचना सेवा अलेमाराह के उर्दू अकाउंट पर कहा गया है कि रिपोर्टों के अनुसार, पंजशीर में लड़ाई के दौरान रोहुल्लाह सालेह मारा गया है।
सालेह राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के पूर्व प्रमुख थे। पश्चिमी समर्थित सरकार की खुफिया सेवा पिछले महीने ध्वस्त हो गई थी। हालांकि सालेह अब कहा है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
अफगानिस्तान में स्थानीय नेता अहमद मसूद के प्रति वफादार विपक्षी ताकतों के समूह रजिस्टेंस फोर्स ने पंजशीर की प्रांतीय राजधानी बाजारक के पतन के बाद भी तालिबान का विरोध जारी रखने का संकल्प लिया है।
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