पडरौना बस स्टैंड की बदहाली खत्म करने के लिए पालिका परिषद के चेयरमैन ने लिखा था पत्र


-निर्माण हेतु भेजा गया साढ़े छ: करोड़ का प्रस्ताव

कुशीनगर । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बीते कई वर्षों से जलभराव और जर्जर भवन समेत अन्य बदहाली से पडरौना बस स्टेशन की जुझ रहा है। इसके निर्माण के लिए उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम को 652.58 लाख का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। इसकी स्वीकृति भी शीघ्र मिलने की संभावना है। बरसात बाद इसका निर्माण शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।

ज्ञातव्य हो कि बसपा शासनकाल में 13 मार्च 2013 में पडरौना बस डिपो की स्थापना हुई थी। पडरौना नगर के सुभाष चौक स्थित पडरौना बस स्टेशन परिसर में पर्याप्त जगह नहीं मिलने के कारण नगर के छावनी के पास जिला प्रशासन की तरफ से पडरौना बस डिपो के लिए भूमि उपलब्ध कराई गई। वहां पडरौना डिपो का निर्माण कराया गया है। पडरौना डिपो बनने के बाद लंबे समय से बदहाली का दंश झेल रहे पडरौना बस स्टेशन की तस्वीर भी बदलने की लोगों की उम्मीदें प्रबल हो गईं। धन नहीं मिलने की वजह से बस स्टेशन का निर्माण नहीं हो सका। इधर एनएच की तरफ से रामकोला रोड का उच्चीकृत होने से पहले से ही बदहाल पडरौना बस स्टेशन की हालत और खराब हो गई। पडरौना बस स्टैंड सड़क से करीब तीन फीट नीचे होने के चलते हल्की बारिश में पानी भर जाता है। आलम यह है कि पूरे बरसात तक इस परिसर में घुटने भर पानी लगा रहता है।

पडरौना बस स्टेशन परिसर में लंबे समय तक बारिश का पानी लगे रहने के चलते यहां बना भवन इस कदर जर्जर हो गया है कि उसमें कोई कर्मचारी बैठता तक नहीं है। इसके अलावा पूरे बरसात भर बस चालक और परिचालक सड़क के किनारे ही सवारी बैठाते हैं। इसके निर्माण के लिए पडरौना नगर पालिका चेयरमैन विनय जायसवाल के अलावे संबंधित अधिकारी के अलावा परिवहन मंत्री तक निर्माण की मांग कर चुके हैं। कुछ वर्ष पहले नगर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने आए तत्कालीन परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने इसके शीघ्र निर्माण के लिए लोगों को आश्वासन दिया था। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री व सदर विधायक व स्वामी प्रसाद मौर्या भी परिवहन मंत्रालय को पत्र लिख चुके हैं।

बीते जुलाई के प्रथम सप्ताह में राजकीय निर्माण निगम को कार्यदायी संस्था नामित कर इसका सर्वे कराया गया था। नामित कार्यदायी संस्थान ने इस स्टेशन निर्माण के लिए उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम को 652.58 लाख का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। इसकी स्वीकृति भी शीघ्र मिलने की संभावना है। बरसात बाद इसका निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।

पडरौना डिपो की तरफ से 21 निगम और 14 अनुबंधित की बसें गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर समेत जिले के विभिन्न स्थानों के लिए संचालित की जाती हैं। इससे पडरौना डिपो को प्रतिदिन करीब तीन लाख रुपये की आमदनी होती है। इसके अलावा गोरखपुर, राप्तीनगर, चारबाग लखनऊ, आलमबाग लखनऊ, देवरिया, बलिया डिपो समेत अन्य डिपों की करीब 80 बसें संचालित होती हैं।

बस स्टेशन परिसर को उच्चीकृत करने के साथ चालक, परिचालक भवन और यात्रियों के लिए प्रतीक्षागृह का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा बस स्टेशन परिसर में जरूरत के मुताबिक पेयजल और शौचालय का भी निर्माण कराया जाना है।

एआरएम प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि पडरौना बस स्टेशन के निर्माण के लिए राजकीय निर्माण निगम देवरिया को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। नामित कार्यदायी संस्थान ने बीते जुलाई के प्रथम सप्ताह में बस स्टेशन के निर्माण के लिए सर्वे किया था। इस स्टेशन निर्माण के लिए उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम को 652.58 लाख का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। इसकी स्वीकृति भी शीघ्र मिलने की संभावना है। प्रस्तावित धन मिलते ही बस स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

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