खतरे के निशान से ऊपर बूढ़ी राप्ती व घोघी नदी


सिद्धार्थनगर । चार दिनों से हो रही बारिश का असर नदी व पहाड़ी नालों पर दिखाई। पहाड़ पर हुई बारिश से यह सभी बढ़ाव पर आ गए हैं। शुक्रवार को बूढ़ी राप्ती .65 व घोघी नदी .20 सेमी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 12 घंटे में बूढ़ी राप्ती स्तर 1.24 और घोघी का 1.55 मीटर बढ़ा है। वहीं राप्ती, कूड़ा, बानगंगा भी बढ़ाव पर आ गई है। पहाड़ी नाला जमुआर व तेलार भी बढ़ने लगा है। नदी के तट पर बसे गांवों में लोग संभावित बाढ़ को देखते हुए चिता में पड़ गए हैं।

जोगिया ब्लाक क्षेत्र में बूढ़ी राप्ती के तट पर बसे कई गांव पानी से घिर गए हैं। ग्रामीण कहीं नाव से तो कुछ स्थानों पर घुटने भर पानी में घुस कर आवागमन कर रहे हैं। ग्रामपंचायत भूतहिया के टोला लोधपुरवा का संपर्क मार्ग पर बाढ़ का पानी बह रहा है। यहां ग्रामीण नाव के सहारे काम कर रहे हैं। इसी ग्राम पंचायत के दूसरे टोला कोयड़ा के भी संपर्क मार्गपर घुटने भर पानी बह रहा है। इस गांव के प्राथमिक विद्यालय का भी रास्ता पानी में डूब गया है। गांव निवासी महेश, गनेश, अमरेश, सुग्रीव आदि ने बताया कि विद्यालय में तैनात शिक्षिका बाढ़ का पानी देख वापस चली गई।

नदियों का जलस्तर (मीटर में)

नदी- खतरे का निशान- जलस्तर

बानगंगा-93.420- 91.400

राप्ती- 84.900- 83.880

बूढ़ी राप्ती-85.650- 86.200

कूड़ा (रेलवे पुल)- 83.520- 82.360

कूड़ा (आलमनगर)- 87.200- 86.400

घोघी- 87.000- 87.200

जमुआर- 84.890- 81.450

तेलार-87.500- 85.800

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