नई दिल्ली । दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब जल शक्ति मंत्रालय यमुना की सफाई को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यमुना नदी की सफाई के लिए विशेषज्ञों से राय ली गई है। मंत्रालय का फोकस दो चरणीय दृष्टिकोण पर है, जिसमें यमुना की सफाई और रिवरफ्रंट बनाना शामिल है।
दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब जल शक्ति मंत्रालय यमुना की सफाई को लेकर मिशन मोड पर काम कर रहा है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यमुना नदी की सफाई के लिए विशेषज्ञों से राय ली गई है। मंत्रालय का फोकस दो चरणीय दृष्टिकोण पर है, जिसमें यमुना की सफाई और रिवरफ्रंट बनाना शामिल है।
यमुना की सफाई और रिवरफ्रंट बनाने का यमुना मास्टर प्लान अपने अंतिम चरण में है। जल्द ही इसे मंजूरी मिलने की संभावना है।
हाल ही में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ दिल्ली के यमुना तट पर स्थित वासुदेव घाट पहुंची थीं, जहां उन्होंने यमुना आरती की थी।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान यमुना नदी की सफाई का मुद्दा प्रमुख रहा था। केंद्र और दिल्ली की पूर्व आम आदमी पार्टी सरकार के बीच इसे लेकर टकराव भी देखने को मिला था।
दिल्ली में पिछले 10 साल से सत्ता में रही आम आदमी पार्टी की सरकार ने यमुना नदी को साफ करने के वादे किए थे। हालांकि, दो कार्यकाल बीतने के बावजूद दिल्ली में यमुना की सफाई का मुद्दा पहले जैसा ही रहा। यमुना नदी की गंदगी का मुद्दा दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी उठाया गया था। अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यमुना नदी को अपनी प्राथमिकता पर रखा है।
चुनाव के दौरान भी भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में यमुना नदी को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने की बात कही थी।
विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कई स्थानों पर यमुना नदी से गाद हटाने का काम भी शुरू हो गया है। सरकार गठन से महज कुछ दिन पहले दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण मुलाकात भी की थी। इसके बाद दिल्ली में कई स्थानों पर यमुना नदी से गाद एवं खरपतवार हटाने का काम शुरू किया गया।
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