प्रयागराज। महाकुंभ 2025 में तीर्थयात्रियों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता और जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए महाकुंभ नगर में पांच जन औषधि केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें से एक केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के तहत कलाग्राम में स्थित है।
ये केंद्र महाकुंभ मेले की पूरी अवधि के दौरान चालू रहेंगे।
फार्मास्युटिकल विभाग के फार्मास्युटिकल एंड मेडिकल डिवाइस ब्यूरो ऑफ इंडिया (पीएमबीआई) के सीईओ रवि दाधीच ने शनिवार को प्रयागराज में जन औषधि स्टॉल और अन्य जन औषधि केंद्रों की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि “जन औषधि केंद्रों से दवाइयां खरीदने से लोगों को 50 से 90 प्रतिशत तक कम खर्च करना पड़ता है।”
अपने दौरे के दौरान, उन्होंने आगंतुकों और केंद्र संचालकों से पीएमबीजेपी की उपयोगिता और लाभ पर चर्चा की।
सीईओ ने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश में 2,633 जन औषधि केंद्र संचालित हैं, जिनमें से 62 केंद्र प्रयागराज में कार्यरत हैं।
जन औषधि योजना के तहत देशभर में 15,000 से अधिक केंद्र खोले गए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से प्रेरित होकर 25,000 केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा गया है।
दाधीच ने बताया, इस वर्ष इन केंद्रों के माध्यम से दवाओं की बिक्री का लक्ष्य 2,000 करोड़ रुपये है, जिसमें से 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री पहले ही हो चुकी है।
उन्होंने महाकुंभ के श्रद्धालुओं को पिन-कोड आधारित प्रणाली के माध्यम से नजदीकी जन औषधि केंद्र खोजने की प्रक्रिया के बारे में बताया और उन्हें सस्ती दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी।
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