दिल्ली में चुनाव की आचार संहिता लगने के साथ ही भ्रष्टाचार के इस्मारक की हकीकत तार-तार होकर जनता के सामने आती जा रही है। आज जिस प्रकार का प्रदर्शन आप के नेता सदन व एक मंत्री के द्वारा हुआ, वे जितना भी प्रयास कर लें परंतु शीश महल जो अरविंद केजरीवाल की विलासिता का स्मारक है उसे बचा नहीं सकते। आप का नेचुरल कैरेक्टर है हमेशा अराजकता पैदा करना और इसलिए प्रधानमंत्री जी ने इन्हें ‘आपदा’ कहा है।
अरविंद केजरीवाल भारत के एकमात्र पूर्व मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने खुद खड़े होकर बिजली की तारे काटी थीं जो उनकी अराजक प्रवृत्ति का सबूत है। मार्च 2014 को भाजपा के कार्यालय पर हमला किया गया था जिसमें इनकी (आप) सेंट्रल कमिटी बोर्ड के मुख्य लोग थे… अगर आपकी बातों में रत्ती भर भी सच्चाई थी तो आप चुनाव आचार संहिता लगने का इंतजार क्यों कर रहे थे? ये लाचारी है या बाजीगरी है, यह दिल्ली की जनता समझती है।
दिल्ली में आचार संहिता लगने के साथ ही भ्रष्टाचार के स्मारक (शीश महल) की हकीकत जनता के सामने आती जा रही है। आज एक भोंडा प्रदर्शन आम आदमी पार्टी के नेता सदन संजय सिंह और मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा किया गया। ये जितना भी प्रयास कर लें, परंतु शीश महल, जो अरविंद केजरीवाल की विलासिता का स्मारक है, उसे बचा नहीं सकते।