The Blat News, जसप्रीत सिंह वाधवा : सोमवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत परमवीर चक्र विजेता शहीद अब्दुल हमीद की पुण्यतिथि पर उनके जनपद गाज़ीपुर गांव धामुपुर पहुंचे। जहां पर उन्होंने डॉ राम चंद्रन श्रीनिवास द्वारा लिखी गईं पुस्तक “मेरे पापा परमवीर” का विमोचन किया। वही श्रीनिवास ने बताया कि ये पुस्तक अब्दुल हमीद के ऊपर लिखी गईं है। मोहन भागवत ने पुस्तक का विमोचन करने के बाद जानवर और इंसान में फर्क पर बात करते हुए कहा कि जानवर अपने लिए जीता है, लेकिन इंसान दूसरे के लिए जीता है। इसी तरह अब्दुल हमीद देश के लिए जिये और देश के लिए रण में शहीद हो गए।
खेमकरन सेक्टर में तैनात थे। अब्दुल हमीद
परमवीर चक्र विजेता शहीद अब्दुल हमीद भारतीय सेना में तैनात थे। 1965 में हुए भारत-पाक युद्ध के दौरान 10 सितंबर को वह खेमकरन सेक्टर के अग्रिम मोर्चे पर तैनात थे। ड्यूटी के दौरान आरसी गन से पाकिस्तानी सेना के कई पैटर्न टैंकों को ध्वस्त कर शौर्य और पराक्रम का परिचय देते हुए वो शहीद हो गए। शहादत के बाद मरणोपरांत उन्हें परमवीर चक्र से नवाजा गया था।
Edited By: Akanksha Varma