कानपुर में कॉल सेंटर की आड़ में हो रहा था साइबर क्राइम, पुलिस ने चार को किया गिरफ्तार

kanpur,ब्यूरो। जनपद में दिन पर दिन कॉल सेंटरों की भरमार होती जा रही है जहां एक ओर लोगों को साइबर सेल ठगों से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चला कर जागरूक किया करता है, तो वहीं पर ठागों ने ठगी का एक नया रास्ता ढूंढ लिया है। वहीं गुरुवार को कानपुर क्राइम ब्रांच ने शहर में चार साइबर ठगों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है।

जनपद में गुरुवार को गाजियाबाद के गोविंदपुरम निवासी गोविंद भारद्वाज ने 9 जुलाई को साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया था आरोप है कि क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने,रीवार्ड प्वाइंट रिडीम करने के नाम पर एक महिला ने उन्हें फोन किया महिला की बातों पर विश्वास करके उन्होंने क्रेडिट कार्ड की एक्सपायरी डेट सीवीवी नंबर और ओटीपी उसे बता दिया इसके बाद उनके बैंक खाते से एक लाख 72000 रुपए निकाल लिया गया। पुलिस ने जांच के बाद गुरुवार को आवास विकास हंसपुरम निवासी अभिषेक प्रताप सिंह और गूबा गार्डन निवासी अरुण प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया दोनों आपस में साले जीजा हैं पुलिस ने इसके साथ ही उन दोनों महिलाओं को भी गिरफ्तार किया जो साइबर ठगी के इस धंधे में लिप्त थी और लोगों को फोन करती थी गिरफ्तार विभा सिंह रावतपुर गांव की रहने वाली है जबकि शिवांगी नई बस्ती रावतपुर गांव की निवासी है पुलिस ने आरोपितों के पास से 11 मोबाइल, एक लैपटॉप, 21 सिम कार्ड और 16 दस्तावेज रिकॉर्ड बरामद किए हैं। साइबर ठगों को पकड़ने में केंद्र सरकार के प्रतिबिंब पोर्टल के अहम भूमिका निभाई अब तक की जांच में सामने आया कि 5 वर्षों में इस गिरोह ने करीब दो लाख लोगों से संपर्क करके उन्हें ठगने की कोशिश की उनमें से कितने उनके जाल में फंसे खुद उन्हे भी नहीं पता। बहरहाल ठगी की रकम करोड़ों में होने का अनुमान है।

एसीपी क्राइम मोहम्मद मोहसिन खान ने बताया कि गाजियाबाद के गोविंदपुरम निवासी कोविद भारद्वाज ने जो मुकदमा दर्ज कराया उसकी शिकायत से 6 महीने पहले पुलिस इस ग्रुप पर काम कर रही थी असल में केंद्र सरकार के पोर्टल प्रतिबिंब ने कमिश्नरेट पुलिस को काकादेव में स्थानीय जामताड़ा होने के संकेत दिए थे प्रतिबिंब को केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर i4c ने तैयार किया है और इसकी मदद से किसी इलाके में सक्रिय साइबर अपराधियों की रियल टाइम जानकारी उस क्षेत्र की पुलिस को मिल जाती है यह पोर्टल सिम कार्ड इशू होने वाले क्षेत्रों और ठगी करने वाले कॉलिंग के लोकेशन पर काम करता है पिछले कुछ समय के साइबर ठगी की हेल्पलाइन नंबर 84 शिकायती पहुंची तो प्रतिबिंब ने कमिश्ननरेट पुलिस को सचेत किया कि काकादेव का एक क्षेत्र कानपुर का जामताड़ा बना हुआ है इसके बाद पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए जुट गई और 6 महीने बाद गिरोह का पर्दाफाश कर दिया।

कमिश्नरेट पुलिस की इन थाना क्षेत्रों में नहीं पहुंच रही नज़र

विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शहर के कई इलाकों में कॉल सेंटर बेखौफ चल रहें है जहां पर पुलिस की नज़र नही पड़ रहीं है जिसमें शहर के कोहना, चकेरी, काकादेव, नौबस्ता,कल्याणपुर थाना क्षेत्र है। वहीं कोहना थाना क्षेत्र अंतर्गत कॉल सेंटर में तीन लोग संचालन कर रहें है जिसमें दो सगे भाई और एक साला शामिल है,जो शहर से विदेशो में कॉल करके विदेशियों से देर रात ठगी करते है।