मंगल की सतह पर नासा के रोवर की सफल लैंडिंग, वैज्ञानिकों के लिए बेहद मुश्कल भरे रहे वो 11 मिनट

 

केप केनवरल (अमेरिका)। नासा का यान शुक्रवार को लाल ग्रह की सतह पर उतर गया। अब तक की सबसे जोखिम भरी और ऐतिहासिक इस खोज का उद्देश्य यह पता लगाना है कि मंगल ग्रह पर क्या कभी जीवन था। अभियान के तहत ग्रह से चट्टानों के टुकड़े भी लाने का प्रयास किया जाएगा जो इस सवाल का जवाब खोजने में अहम साबित हो सकते हैं।

कैलिफोर्निया के पासाडेना में अंतरिक्ष एजेंसी की जेट प्रॉपल्जन लेबोरेटरी में ग्राउंड कंट्रोलर अधिकारियों ने रोवर ‘पर्सवियरन्स’ के मंगल ग्रह की सतह पर उतरने की पुष्टि के बाद इस ऐतिहासिक घटना पर खुशी जतायी और राहत की सांस ली।

सफल लैंडिंग के बारे में धरती तक सिग्नल पहुंचने में साढ़े ग्यारह मिनट का समय लगा और यह समाचार मिलते ही तनाव का माहौल खत्म हो गया।

यान नियंत्रक स्वाति मोहन ने घोषणा की, ‘‘सतह पर पहुंचने की पुष्टि हुई। ‘पर्सवियरन्स’ मंगल की सतह पर सुरक्षित तरीके से पहुंच चुका है।’’

पिछले एक सप्ताह में मंगल के लिए यह तीसरी यात्रा है। इससे पहले सऊदी अरब अमीरात और चीन के एक-एक यान भी मंगल के पास की कक्षा में प्रवेश कर गए थे।

Check Also

केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिका की प्रतिक्रिया, कहा…

अमेरिकी सरकार ने मंगलवार को कहा कि वे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी …