ये हैं दुनिया के सबसे महंगे टीके, बचाते हैं इन बीमारियों से

पूरी दुनिया कोरोना वायरस से परेशान है. उसकी वैक्सीन आ रही हैं. कुछ बाजार में आने वाली हैं, कुछ आ चुकी है. अलग-अलग कंपनियों की कोरोना वैक्सीन के डोज की कीमत भी अलग है. अलग-अलग बीमारियों से बचाव के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने कई तरह की वैक्सीन यानी टीके विकसित किए हैं. आइए जानते हैं कि दुनिया की सबसे महंगे टीके यानी वैक्सीन कौन से हैं? इनके एक डोज की कीमत क्या होगी? ये किस बीमारी का इलाज करती हैं?
ये वैक्सीन हेपटाइटिस-ए और हेपटाइटिस-बी से बचाव के लिए दी जाती है. इस दवा के कई ब्रांड्स मौजूद हैं, जिन्हें दुनिया भर की अलग-अलग दवा कंपनियां अपने प्रोडक्ट नेम से बनाती हैं.
ये वैक्सीन खतरनाक बीमारी मेनिंगोकोकल मेनिनजाइटिस और मेनिंगोकोकल सेप्सिस के लिए उपयोग में लाई जाती है. इसे फ्रांस की सैनोफी दवा कंपनी इस ब्रांड नेम से बनाती है. आपको बता दें सैनोफी कंपनी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी पैसा लगा है.
यह वैक्सीन छोटे बच्चों के लिए होती है, जो उन्हें डिप्थीरिया समेत कई बीमारियों से बचाती है. इसका कॉम्बीनेशन है – Pneumococcal 13-valent Conjugate Vaccine (Diphtheria CRM 197 Protein). 0.5 मिलीलीटर की एक डोज 10,105 रुपए में मिलती है.
दुनिया की इकलौती वैक्सीन है जो ह्यूमन पैपिलोमावायरस (Human Papillomavirus HPV) से लोगों को बचाती है. HPV यौन संबंध बनाने के दौरान होने वाला बेहद सामान्य संक्रमण है. यह पुरुष और स्त्री दोनों को हो सकता है, वह भी बिना पता चले.