किसान पंचायत: क्या वामदलों ने हाईजैक किया आंदोलन? जानें क्या बोले कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर

किसान आंदोलन के बीच देश के कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने आजतक के किसान पंचायत में कई अहम सवालों के जवाब दिए. उन्होंने किसान आंदोलन में वामपंथी दलों की एंट्री से लेकर अन्य मुद्दों पर भी बात की. कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को समझना चाहिए कि उनके आंदोलन से लोगों को परेशानी हो रही है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि एमएसपी को लेकर शंका नहीं होनी चाहिए. एमएसपी है और आगे भी चलती रहेगी. किसान से बातचीत आगे भी जारी रहेगी.
किसान आंदोलन में वामपंथी भी
कितने संगठन ऑथराइज्ड तरीके से आए? इस सवाल पर कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि पहले 31 संगठन आए, फिर 35 हो गए. बाद में वो 37 हो गए और कोई किसी का मालिक नहीं है. इसमें दिक्कत ये है, कि कुछ लोग ऐसे हैं, जो बाद में हमारे देखने में आया कि कोई उग्रान ग्रुप है, उसने मानवाधिकार दिवस मनाया, उसमें ऐसे लोगों की तस्वीरें हैं, जिनको पूजा जा रहा है. कृषि मंत्री ने कहा, मैं किसान संगठनों से मिला लेकिन उनमें कुछ वामपंथी भी थे. ये हमें बाद में मालूम चला. इनमें उग्रान हैं, हन्नान मुल्ला शामिल हैं. किसान आंदोलन के गलत दिशा में जाने से सरकार चिंतित है.