भाजपा सरकार में किसानों को नहीं मिल रहा उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य:- आशीष सिंह

हरदोई(लक्ष्मीकान्त पाठक) आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर संगठन सृजन अभियान एवं किसान विरोधी काले अध्यादेश के विरोध में चलाये जा रहे हस्ताक्षर अभियान के क्रम में आज ब्लॉक भरावन की न्याय पंचायत परसा के ग्राम बिलरिया में बैठक की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह ने कहा कि* उप्र के धान किसान बेहद परेशान हैं। धान की
खरीद बहुत कम हो रही है। जो थोड़ी सी खरीद हो रही है उसमें रु 1200 से भी कम रेट मिल रहा है। यही धान कांग्रेस सरकार में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिकता था।
आज भाजपा सरकार में नमी के नाम पर किसानों का शोषण हो रहा है।शायद पहली बार ऐसा है कि धान गेंहू से सस्ता बिक रहा है
ऐसे में तो किसान की लागत भी नहीं निकलेगी। किसान अगली फसल कैसे लगाएगा? बिजली
बिल में लूट चल ही रही है। मजबूरन किसान कर्ज के जाल में फँसता जाएगा।
उप्र सरकार तुरंत इसमें हस्तक्षेप कर किसान को सही दाम दिलाए वरना कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी।
बैठक को संबोधित करते हुए शहर अध्यक्ष जमील अहमद अंसारी ने कहा कि* जो सरकार किसान की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दे पा रही वो भला किसानों की आय दो गुना कैसे करेगी?
जिला उपाध्यक्ष साधू सिंह ने कहा कि* सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानो की उपज की खरीददारी कर नहीं रही, इसलिए किसान को आढ़तों पर बाजार मूल्य पर उपज बेचनी पड़ रही है।बाजार मूल्य न्यूनतम समर्थन मूल्य से 30-50% कम है।ऐसे में किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही।
जिला महासचिव नवरत्न द्विवेदी ने कहा कि* उ.प्र. में धान की फसल पैदा करने वाला अन्नदाता खून के आँसू रो रहा है। सरकारी क्रय केन्द्र कागजों पर चल रहे हैं।वहाँ से किसानों को धान गीला बता कर लौटा दिया जा रहा है।मजबूरन किसान औने-पौने दामों पर फसल बेच रहा है।
बैठक को ब्लॉक् भरावन प्रभारी जिला सचिव डॉ ओमप्रकाश अर्कवंशी, ब्लॉक अध्यक्ष दीपक अर्कवंशी, डॉ दिनेश मिश्रा ने भी संबोधित* किया।
इस अवसर पर अनीस अहमद, शिवबालक यादव,विजय सिंह अर्कवंशी, शादाब, संदीप सिंह अर्कवंशी, आकाश सिंह, मनोज कुमार, छोटा यादव, जीतू मौर्या, विनोद कुमार, अशोक दीक्षित, राम सेवक, मोहित दीक्षित, माता प्रसाद दीक्षित, आदि साथी मौजूद रहे।